गो संरक्षण केन्द्र का कार्य कच्छप गति से
सादात(गाज़ीपुर)। गो संरक्षण हेतु प्रदेश सरकार की गो आश्रय केन्द्र के निर्माण का कार्य कच्छप गति से चल रहा है। यही कारण है कि गत अक्टूबर में तैयार होने वाला गो संरक्षण केन्द्र का निर्माण अब तक सम्पन्न नहीं हो सका है।
सादात ब्लाक के ग्राम पंचायत पिपनार में बन रहा वृहद गो संरक्षण केन्द्र पर यह देखने को मिला है। एक करोड़ बीस लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले इस परियोजना का कार्य अब तक पूरा नहीं हो सका है, जबकि इसे पूरा करने का लक्ष्य अक्टूबर वर्ष 2022 तक ही था। निर्माण काल में घोर लापरवाही के चलते कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग के अधिकारी अपने ढंग से काम करा रहे हैं। उच्चाधिकारियों द्वारा अनेक बार हिदायत देने के बावजूद छह माह में पूरा होने वाला काम करीब डेढ़ वर्ष बाद भी पूरा नहीं हो सका है।
बताते चलें कि गत 31 जुलाई को जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने वृहद गो संरक्षण केन्द्र पिपनार के निरीक्षण में निर्माण की गुणवत्ता दोयम दर्जे की होने पर पीडब्लूडी के ठेकेदार मुनीब राम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने तथा एक हफ्ते के भीतर इसे बनवाकर तैयार करने का भी निर्देश दिया था। जिलाधिकारी के आदेशानुसार उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. सुनील शुक्ला की तह रीर पर ठेकेदार के खिलाफ धारा 409 और 420 के तहत सैदपुर कोतवाली में केस दर्ज किया गया था।
जिला प्रशासन की उस हनक को देखते हुए ऐसा लगा था कि अब इस स्थल का निर्माण शीघ्र पूर्ण हो जाएगा परन्तु एक सप्ताह की कौन कहे, आज दो माह बाद आज तक भी यह गो संरक्षण केंद्र बनकर शुरू नहीं हो सका है। इसके आरंभ न होने से निकट के गौशालाओं में जरूरत से ज्यादा गौ वंशीय मवेशी भरे पड़े हैं जिससे उनकी देखभाल की विकट स्थिति बनी हुई है और अनदेखी के चलते प्रायः मवेशियों की मौतें भी हो रही हैं। क्षेत्रीय पशुप्रेमियों ने शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए शीघ्र ही इस नये आश्रय केंद्र को पूर्ण कराकर मवेशियों को रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है।
Views: 139