दृष्टिहीन साधु की हत्या से सिहर उठा गांव 

गाजीपुर। सोमवार की देर रात हमलावरों द्वारा आटा चक्की के बाहर सो रहे दृष्टिहीन साधु की निर्ममता से हत्या की गयी। यह दर्दनाक हादसा सदर कोतवाली क्षेत्र के बुजुर्गा (कोठवां)का बताया गया है।


      पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बताया गया कि दृष्टिहीन अविवाहित साधु रामनगीना यादव (50 वर्ष) गांव के पिंटू कश्यप की आटा चक्की के बाहर सड़क के किनारे सोए हुए थे। उसी दौरान अज्ञात हमलावरों ने सोते समय उनकी गला काटकर हत्या कर दी। उस समय आटा चक्की का मालिक अंदर सोया था। बाहर हुई चीख पुकार सुनकर जब चक्की मालिक पिंटू कश्यप और  परिवार की महिला पूनम बाहर निकले तो रामनगीना यादव को लहुलुहान हालत में पाया। उन्होंने वहां से दो लोगों के भागने की बात बताई। स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए लोगों ने पुलिस को सूचना दी। अंधे साधु की निर्मम हत्या से क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई। रात करीब ढाई बजे घटना की सूचना कोतवाली पुलिस को मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।

         जन चर्चा रही कि मृतक दोनों आंखों से अंधे थे और मंदिर में पूजा-पाठ करते थे। वे अपने भाई वकील यादव और उसके परिवार से अलग अपनी मां के साथ रहते थे। कुछ समय पहले मां की मौत के बाद से वे अकेले ही रह रहे थे और गांव क्षेत्र में भिक्षा मांगकर अपनी जीविका चलाते थे। मां की मौत के बाद वे 29 मई को भंडारा आयोजित किये थे और उसके लिए निमंत्रण पत्र बांट रहे थे। लोगों ने जमीनी विवाद को हत्या का कारण बताया है। बताया गया कि मृतक का भाई वकील यादव और उनका बेटा घर छोड़कर फरार हैं। कोतवाली प्रभारी दीनदयाल पांडेय ने बताया कि हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की गहन जांच जारी है।

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