बच्चे हमारी च्वाइस हैं, बर्डेन नहीं – डॉ. रीना  सिंह राजपूत

बच्चों में अच्छी आदतें विकसित करने का दायित्व माता पिता की जिम्मेदारी 


गाज़ीपुर। बच्चों के व्यवहार संबंधी समस्याएं और उनका समाधान विषयक कार्यशाला में वक्ताओं ने अपनी बेबाक राय रखते हुए कहा कि बच्चों के जन्म से लेकर उनकी शिक्षा-दीक्षा तथा संस्कारवान बनाने की जिम्मेदारी उनके माता पिता की होती है।             क्रिएटिव विज़न सोसाइटी द्वारा संचालित न्यू होराइजन एकेडमी में संचालित कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक तथा मोटिवेशनल ट्रेनर डॉ. रीना सिंह राजपूत ने कहा कि बच्चें हमारे  बर्डेन नहीं हैं बल्कि हमारी च्वाइस से हमारे घर आये हैं। ये हमारी प्रॉपर्टी नहीं हैं वरन हमारा दायित्व और जिम्मेदारी हैंं। इसके लिए आवश्यक है कि हम अपने बच्चों को भरपु समय दें तथा उनसे भावात्मक जुड़ाव विकसित करें‌ उनसे खुलकर बात करें और बातों को ध्यान से सूनें। आप बच्चों को कहानियां सुनाएं, उनके साथ पारिवारिक- सामाजिक संदर्भों पर वार्तालाप करें, खेलकूद की अभ्यासगत क्रियाओं में सहभागिता करें जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़े तथा उनके संतुलित व्यक्तित्व का निर्माण हो। उन्होंने यह भी कहा कि पेरेंट्स को बच्चों के साथ व्यवहार तथा संभाषण के स्तर पर सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। वार्तालाप में शुद्ध, संयत व शिष्ट शब्दावली का प्रयोग बच्चों में व्यवस्थित संभाषण कला की नींव रखते हैं। उन्होंने एक शोध संदर्भ का हवाला देते हुए कहा कि दुनिया में कोई तीन व्यक्ति ही एक जैसे दिख सकते हैं पर कोई भी दो व्यक्ति समान मानसिक अवस्था के नहीं होते। अतः बच्चों की प्रतिभा भी भिन्न भिन्न होती है, उन्हें निखारने की आवश्यकता तो है पर उन्हें  तुच्छ प्रतिष्पर्धा से बचाया जाना भी आवश्यक है।        

           वर्कशॉप को संबोधित करते हुए राजकीय पीजी महिला महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. शिव कुमार ने कहा कि बच्चों में अच्छी आदतों का विकास हो, इसकी जिम्मेदारी माता पिता की ही है। प्रो. अमरनाथ राय ने वर्कशॉप को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों के साथ संयत व्यवहार नहीं होने की स्थिति में उनके अंतर्मुखी तथा बुरी आदतों का शिकार हो जाने का खतरा बढ़ जाता है। शैक्षणिक निदेशक प्रो. अजय राय ने आभार व्यक्त करते हुए अभिभावकों से एकेडमी के रेमेडियल-प्रशिक्षण संबंधी कार्यक्रमों में भाग लेने का आग्रह किया। कार्यक्रम में श्रीमती विभा राय, किरणबाला राय, श्रीराम तिवारी, सुनीता मिश्रा, रेनू राय, सारिका राय, अभिषेक श्रीवास्तव, कुबेर यादव आदि शिक्षिकाओं व कर्मचारियों सहित दर्जनों अभिभावकों ने भागीदारी निभाई।

Views: 41

Advertisements

Leave a Reply