काशी के समाजसेवी शहीद स्मारक को भव्यता देने में जूटे

गाजीपुर। राष्ट्रीय भावना से ओत प्रोत वाराणसी के समाजसेवी सुबेदार यादव, परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद की वीरता पूर्ण कहानी से प्रभावित होकर उनके पैतृक गांव धामूपुर पहुंचे। गांव में स्थापित उनके शहीद स्मारक पर पहुंच कर शहीद अब्दुल हमीद और उनकी पत्नी रसुलन बीबी की प्रतिमा के उपर छत्र निर्माण बनाने की लालसा लेकर,प्रशासनिक अनुमति लेकर पिछले दस दिनों से हमीद पार्क में अपने दो साथियों सूरज यादव और रामशीष यादव के साथ जमे हुए हैं। जिनका नेक इरादा अब्दुल हमीद और उनकी पत्नी की लगी मूर्ति के उपर छत लगाने का है। वे भाड़े पर लगे राजमिस्त्री के साथ नि:शुल्क मजदूर के तौर पर दो साथियों संग लगे सुबेदार यादव एनसीसी और इंजीनियरिंग कर बेरोजगार होते हुए भी समाजसेवा में लगे हुए हैं। पिछ्ले दस दिनों से क्षेत्रीय सहयोग, ठहरने और खान पान की अव्यवस्था से क्षुब्ध होते हुए बताया कि पार्क में लगे खुले टीनशैड में मच्छरों के प्रकोप के बीच किसी तरह से रात बिताया जा रहा है।
अब क्षेत्र के युवा समाज सेवी अनिकेत चौहान द्वारा खानपान और ठहरने का इंतजाम करने से सहुलियत हुई है। मौके पर छत के लिए खम्भे बनाने हेतु बालू सीमेंट और कंक्रीट रखे हुए थे। सुबेदार यादव खुद हाथ में झाड़ू लेकर पार्क की साफ सफाई भी करते हैं।
सुबेदार यादव से जब मन की बात जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने बताया कि इरादा तो यहां तक है कि ऐसा कार्य कर जाऊं कि लोग याद करेंगे। जैसे पार्क में वृक्षारोपण, घास रोपड़, सौन्दर्यवर्धक इंतजाम शामिल रहेंगे। सुबेदार यादव की समाजसेवी बनने की ललक पर उन्होंने बताया कि समाज सेवा का भाव तो बचपन से ही था, परन्तु रफ्तार एनसीसी कोर्स एवं इंजीनियरिंग करने के बाद बढ़ी।जो लोगों के सामने है। सच तो यह है कि सीधा सौम्य विचार के धनी सुबेदार यादव की सामाजिक उपलब्धि किसी परिचय का मोहताज नहीं है। बात चाहे बी०एच०यू० ट्रामासेंटर स्थित परिसर में टीनशेड अनुदान की हो अथवा खुद के गांव में स्थापित वृहद व्यायाम शाला की, इसके अलावा बेजुबानों के प्रति मानवीय आत्मीयता की बात करें अथवा आदिवासी अशिक्षित समाज में शिक्षा की लौ जगाने की, सबके सब बेमिसाल हैं। यहां तक की गरीबों के आर्थिक सहायता को खुद की बाईक गिरवी रखना,और देश की आधी आबादी (नारी) समाज के प्रशिक्षण वास्ते अपना घर निशुल्क दान में देना हैरतअंगेज कारनामे हैं।

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