काव्य !”कलम न कभी रूकने पाये”

नोएडा में आयोजित कवि सम्मेलन में काव्य पाठ

के उपरांत “देवल आशीष”सम्मान से सम्मानित

कवि अशोक राय वत्स की स्वरचित प्रस्तुति……….

हे इश्वर मदद करो इतनी
मैंने अब कलम उठाई है।
ताकत भर दो इसमे इतनी,
कर्तव्य मार्ग से डिगे नहीं।
आएं चाहे संकट जितने,
यह सत्य मार्ग से हटे नहीं।
अंधियारे घोर निराशा में भी,
अबला की लाठी बनी रहे।
मेरी कविता तलवार बने,
जो हर अबला की रक्षार्थ उठे।
इसमें भर दो शक्ति इतनी,
हर निर्बल की यह ढाल बने।
हे इश्वर शक्ति दो इतनी,
यह कलम निरंतर चले योंहीं ।
आएं संकट चाहे जितने,
यह कर्तव्य मार्ग पर डटी रहे।
निज प्राणों की बलि देकर भी,
यह सत्य मार्ग पर डटी रहे।
हे इश्वर शक्ति दो इतनी,
यह कलम न कभी रुकने पाए।
यह कलम न कभी रुकने पाए।

अशोक राय वत्स रैनी मऊ उत्तरप्रदेश
सम्पर्क नं. 8619668341

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