शहीद सिपाही सुरेश प्रसाद वत्स को पुलिस लाइन में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

गाजीपुर (उत्तर प्रदेश)30दिसम्बर 2018। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा से ड्यूटी कर लौट रहे लोगों व पुलिसकर्मी पर कल हुए पथराव में मृत सिपाही सुरेश प्रताप वत्स का पोस्टमार्टम आज दो डॉक्टरों के पैनल ने किया। पोस्टमार्टम के उपरांत पुलिस लाइन में शहीद स्थल पर शहीद सिपाही को एडीजी वाराणसी पी वी रामा शास्त्री,डीआईजी विजय सिंह मीणा तथा पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। गार्ड ऑफ ऑनर देने के उपरांत शहीद सुरेश प्रसाद वत्स के पार्थिव शरीर को एडीजी वाराणसी पी वी रामा शास्त्री, डीआईजी विजय सिंह मीणा तथा पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने कंधा देकर वाहन तक पहुंचाया। गमगीन माहौल में शहीद का पार्थिव शरीर सम्मान पूर्वक उनके पैतृक ग्राम प्रतापगढ़ जिले के रानीपुर थाना क्षेत्र स्थित लक्षीपुर के लिए रवाना किया गया। शहीद के पार्थिव शरीर के साथ उनके पुत्र वीपी सिंह तथा भाई नरेंद्र सिंह भी प्रतापगढ़ के लिए रवाना हो गए। शहीद के पार्थिव शरीर को रवाना करने के बाद एडीजी पीवी रामा शास्त्री ने पुलिस लाइन स्थित मनोरंजन कक्ष में प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि नोनहरा थाना क्षेत्र के अटवां मोड़ पुलिस चौकी के पास कल निषाद पार्टी के रास्ता जाम कर रहे लोगों के पथराव में सिपाही की मौत हो गई थी।

इस मामले में कुल 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें 11 लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है तो वहीं 32 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा पंजीकृत किया गया है।अभी 70-80 अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर गिरफ्तारी की जा रही है। उनके उपर एनएसए की धारा में पाबंद करने के लिए जिलाधिकारी गाजीपुर को लिखित में दिया जाएगा, जो भी अपराधी साक्ष्यों के आधार पर शामिल पाए जाएंगे उनके ऊपर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी लेकिन किसी भी निर्दोष के ऊपर कार्यवाही नहीं होगी। साक्ष्य संकलन में जो भी दोषी पाए जाएंगे केवल उनके ऊपर ही कार्रवाई की जाएगी। मीडिया के एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक की जांच में यह नहीं लग रहा है कि यह सोची-समझी साजिश के तहत किया गया है लेकिन गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचा जा सकता है।

रिपोर्ट – राजनरायन राय

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