नाली स्लैब में अनियमितता की जांच आवश्यक

 

 

 

 

 

 

 

 

गाजीपुर‌। प्रदेश की योगी सरकार जहां भ्रष्टाचार रोकने पर आमादा है वहीं सरकारी योजनाओं में लगे कर्मचारी और अधिकारी आये दिन भ्रष्टाचार में लिप्त मिलते जा रहे हैं। अभी तक एक राजपत्रित अधिकारी सहित आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी भ्रष्टाचार के आरोप में निलम्बित हो चुके हैं तो कई लोग जेल की हवा भी खा चुके हैं। इसके बावजूद आलम ये है कि भ्रष्टाचार रुकने के बजाय सुरसा के मुंह की भांति बढ़ती ही जा रहा है। ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों में भी अनियमितताओं की शिकायतें आये दिन मिलती हैं कि  गांव में खड़ंजा, नाली, स्लैब भवन आदि में के निर्माण में भी अनियमितताओं का दौर जारी है और इनके निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है जिसके चलते निर्माण होने के कुछ दिन के बाद भी वह जर्जर होते जा रहे हैं।  ताज़ा मामला सदर विकासखंड के ग्राम पंचायत सोन्हुलिया उर्फ बकुलियापुर ग्राम पंचायत आसमानीचक का है। बताया गया है कि वहां नाली के स्लैब निर्माण में सफेद बालू का उपयोग किया जा रहा है।


ग्रामीण जनों का कहना है कि वहां ग्राम पंचायत में बनी नाली के स्लैब के निर्माण में बड़े पैमाने पर घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर योजना में अनियमितता की जा रही है। जो तश्वीर में भी देखा जा सकता है। नाली का स्लैब बनाने में लाल बालू की जगह सफेद बालू का प्रयोग किया गया है। इससे स्लैब की मजबूती और टिकाऊपन पर संदेह है। यह स्लैब शीघ्र ही टूट-फूट कर नष्ट हो जायेंगे और खुली नालियों से गंदगी और संक्रमण से जहां वातावरण दुषित होगा वहीं नालियों में लोगों के गिरकर चोटिल होने का खतरा भी होगा। ग्रामीणों की मानें तो नाली के निर्माण में व्यापक पैमाने पर अनियमितता की जांच की जानी चाहिए। इस बाबत पूछे जाने पर सदर बीडीओ ने बताया कि इसकी जांच करायी जायेगी और गलत पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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