दुर्लभ पांडुलिपियों को डिजिटल रूप में संरक्षित करें महाविद्यालय – कुलपति प्रो० वन्दना सिंह

गाजीपुर।  नगर के स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शनिवार को विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत स्मार्टफोन वितरण किया गया।       कार्यक्रम की मुख्य अतिथि वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर (डॉ०) वन्दना सिंह ने मां सरस्वती की प्रतिमा के  समक्ष दीप प्रज्वलितकर तथा पुष्पांजलि अर्पित कर किया।

     महाविद्यालय पहुंचने पर एनसीसी (थल एवं नौ सेना) के कैडेट्स ने मुख्य अतिथि को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। वहीं प्रबंधक अजीत कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्र और स्मृतिचिन्ह देकर स्वागत किया। कुलपति ने कालेज के शोध पुस्तकालय का भी अवलोकन किया। वहीं शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ की ओर संघ के अध्यक्ष विवेक सिंह शम्मी और उपाध्यक्ष विजय सिंह ने बुके  देकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया। 

        प्राचार्य प्रोफ० (डॉ०) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने मंच से मुख्य अतिथि व आगत अतिथियों का स्वागत किया। अपने सम्बोधन में उन्होंने बताया कि स्मार्टफोन और टेबलेट वितरित कर सरकार छात्र- छात्राओं को सूचना क्रांति की मुख्य धारा से जोड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर छात्र-छात्राएं अपने पठन-पाठन को सुगम बनायें।

      प्रबंधक अजीत कुमार सिंह ने कहा कि युवाओं को नवीन तकनीक पर आधारित शिक्षा देने के लिए यह कॉलेज जाना जाता है। शिक्षा के क्षेत्र में नूतन जानकारी के लिए शिक्षकों को समय-समय पर यूजीसी द्वारा आयोजित कार्यशालाओं में भेजा जाता है। इसके साथ ही महाविद्यालय में शिक्षण कार्य नई शिक्षा नीति के अधीन जारी दिशानिर्देशों के तहत कराया जा रहा है। महाविद्यालय परिसर में वाईफाई की सुविधा उपलब्ध है। ऐसे में युवाओं को सरकार की ओर से मिलने वाले स्मार्टफोन के जरिए ई-ट्यूटोरियल और स्टडी मैटेरियल का इस्तेमाल कर अपने एकेडमिक जीवन में बेहतर परफॉर्मेंस देना चाहिए। 

      मुख्य अतिथि प्रोफेसर वन्दना सिंह ने नई शिक्षा नीति को कुशलतापूर्वक लागू करने में सूचना प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बच्चों को मिलने वाले स्मार्टफोन और टैबलेट नई शिक्षा नीति को बेहतर तरीके से लागू करने में उत्प्रेरक का कार्य करेंगी। उन्होंने बताया कि पी० जी० कॉलेज जनपद गाजीपुर का सबसे बड़ा महाविद्यालय है।  यहां की शोध ग्रंथालय में तमाम दुर्लभ पांडुलिपियों संरक्षित है। महाविद्यालय को हिंडोला पांडुलिपियों को डिजिटल रूप में संरक्षित करने की दिशा में काम करना चाहिए ।        

   इस दौरान कुल 500 छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन वितरित किया गया। कार्यक्रम का संचालन मुख्य नियंता प्रोफे० (डॉ०) एस० डी० सिंह परिहार ने तथा धन्यवाद ज्ञापन स्मार्टफोन वितरण के नोडल अधिकारी प्रोफे० (डॉ०) एन० सिंह ने किया। कार्यक्रम के दौरान प्रमुख रूप से प्रोफे० (डॉ०) अरूण कुमार यादव, प्रोफे० (डॉ०) जी० सिंह डॉ० रामदुलारे, डॉ० योगेश कुमार, डॉ० हरेन्द्र सिंह, डॉ० रवि शंकर वर्मा, डॉ० रवि शेखर सिंह, डॉ० प्रशान्त कुमार सिंह, डॉ० विजय कुमार सिंह सहित सभी प्राध्यापकगण तथा अन्य स्टाफ मौजूद रहा।

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