राष्ट्रीय लोक अदालत में मिल रहा वादकारियों को लाभ

कुल 91520 वाद अंतिम रूप से हुए निस्तारित 

गाजीपुर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में रविवार को जनपद न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ किया गया।

       इस अवसर पर जनपद न्यायाधीश संजय कुमार ने लोक अदालत की सफलता हेतु सभी अधिकारियों को अधिक से अधिक निस्तारण हेतु प्रोत्साहित किया। राकेश कुमार नोडल अधिकारी, लोक अदालत गाजीपुर एवं दीपेन्द्र कुमार गुप्ता, पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारण हेतु नियत वादों की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। इस अवसर पर सचिव ने बताया कि लोक अदालत से न्याय के क्षेत्र में क्रान्ति आई है और लोगों में विधिक जागरूकता भी बढ़ी है। जनपद न्यायाधीश चन्द्र प्रकाश तिवारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविन्द मिश्र, स्पेशल जज  संजय कुमार यादव-अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश दुर्गेश, स्पेशल जज शरद कुमार चौधरी, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी स्वप्न आनंद, सिविल जज (सी0डि0) , अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, दीपेन्द्र कुमार गुप्ता, पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व न्यायालय के कर्मचारीगण उपस्थित रहे। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 110770 मामले निस्तारण हेतु नियत किये गये थे, जिसमें से सुलह समझौतें एवं संस्वीकृति के आधार पर कुल 91520 वाद अंतिम रूप से निस्तारित किये गये। राजस्व विभाग आदि के 5769 मामले, विभिन्न न्यायालयों द्वारा 14022 मामले तथा बैंक एवं अन्य विभाग द्वारा कुल 71729 मामले निस्तारित किये गये। 

प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय द्वारा 39 वाद निस्तारित किये गये तथा न्यायालय मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा कुल 61 वाद निस्तारित किये गये व कुल- 2112000 रुपये की धनराशि के संबंध में आदेश पारित किया गया। जनपद न्यायालय में फौजदारी मामलों में सबसे अधिक निस्तारण मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी शरद कुमार चौधरी द्वारा तथा दीवानी मामलों में सबसे अधिक निस्तारण सिविल जज (वरिष्ठ संवर्ग) स्वप्न आनन्द द्वारा किया गया।

पूर्णकालिक सचिव द्वारा जनपद न्यायालय के कर्मचारीगण, अधिवक्तागण, मीडियाकर्मी तथा पुलिस एवं प्रशासन विभाग के प्रति अपना धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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