अखिल भारतीय हिन्दी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने डॉ०विजयानन्द

प्रयागराज। वैश्विक स्तर पर हिंदी के प्रचार प्रसार में संलग्न अखिल भारतीय हिन्दी महासभा, नईदिल्ली के नासिक,महाराष्ट्र में सम्पन्न दो दिवसीय अधिवेशन में वरिष्ठ कवि, साहित्यकार डॉ० विजयानन्द को राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है।
उक्त जानकारी अखिल भारतीय हिन्दी महासभा के संगठन महामंत्री अमित रजक ने दी। बताया गया कि देश के सभी प्रदेशों के 80 प्रांतों से आए पदाधिकारियों ने उन्हें इस जिम्मेदारी के लिए बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि उनकी देखरेख में महासभा उत्तरोत्तर वृद्धि की तरफ अग्रसर होगी।
उल्लेखनीय है कि गाज़ीपुर जनपद के मनिहारी क्षेत्र के बखरा गांव के मूल निवासी डा. विजयानन्द
प्रयागराज के झूंसी में रहकर साहित्य साधना में लीन हैं। वे अब तक विभिन्न संस्थाओं में सचिव,महामंत्री,निदेशक- रिसर्च फाउंडेशन , सं.इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय नई दिल्ली,कार्यकारीअध्यक्ष- अखिल भारतीय साहित्य परिषद, प्रयागराज,पूर्व अध्यक्ष -काशी प्रांत,राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, विश्व हिंदी महासभा, नई दिल्ली जैसे पदों पर कार्य कर चुके हैं तथा हिन्दी साहित्य की विभिन्न विधाओं यथा- कविता,कहानी ,नाटक, उपन्यास,लघुकथा, आत्मकथा, आलोचना, समीक्षा,पत्र, संस्मरण,साक्षात्कार,बाल साहित्य, संपादन आदि में 81 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। ‘ वैश्विक साहित्य ‘ त्रैमासिक का लगभग दस वर्षों तक लगातार संपादन किया है। अमेरिका के राम काव्य पीयूष, कृष्ण काव्य पीयूष सहित अनेक देशों के संग्रहों में रचनाएं प्रकाशित हैं।
उनकी कुछ महत्वपूर्ण पुस्तकों में संबोधन (काव्य संग्रह), शिवा-शौर्य (खंडकाव्य), समरभूमि ,श्रीकृष्ण चरित ( महाकाव्य), अंधेरे के खिलाफ,हरिओम तथा अन्य कहानियां (कहानी संग्रह) , अकिंचन,धर्मचक्र (एकांकी संग्रह), दानवीर कर्ण,वनवासिनी सीता ( नाटक), पितामह भीष्म, उबलता लहू , नेह निर्झर,लाजो ( उपन्यास), समय की सलीब पर-दो भाग(आत्मकथा), साहित्यकारों से साक्षात्कार, आलोचना का द्वंद्व और समीक्षा(आलोचना),प्यारा भारत,नन्हें मुन्ने गीत , देश हमारा,स्वतंत्रता के अमर शहीद, अपना गांव ( बाल साहित्य) आदि हैं। भारत के कई विश्वविद्यालयों में उनके साहित्य पर एम०फिल, पीएचडी का शोध कार्य हो चुका/ चल रहा है। वे अमेरिकन रिसर्च इंस्टीट्यूट के दो बार सलाहकार रहे। भारत सरकार,उत्तर प्रदेश सरकार सहित, देश विदेश की अनेक संस्थाओं द्वारा यथा-अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘ हरिऔध ‘ पुरस्कार, शकुंतला सिरोठिया बाल साहित्य पुरस्कार , सूचना प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार का सम्मान,मोहन राकेश नाटक पुरस्कार ,बाल साहित्य सम्मान ,भारतेंदु हरिश्चंद्र सम्मान, हिंदी अकादमी,मुंबई का शिक्षारत्न सम्मान, अखिल भारतीय साहित्य परिषद, अखिल भारतीय हिंदी महासभा, विश्व हिंदी महासभा, नईदिल्ली, राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, विधान सभा, लखनऊ का पराग पुरस्कार आदि से पुरस्कृत किया जा चुका है। सन 2001 में अमेरिकन बायोग्राफिकल इंस्टीट्यूट ने इन्हें अपने रिसर्च बोर्ड का सलाहकार बनाया था।जिस पद पर रहकर इन्होंने कई बरसों तक सराहनीय कार्य किया।
डा विजयानन्द को अखिल भारतीय हिन्दी महासभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर डॉ०शम्भुनाथ त्रिपाठी अंशुल, डॉ० वीरेंद्र तिवारी, गंगा प्रसाद त्रिपाठी, अमरनाथ तिवारी, डॉ. नीलिमा मिश्रा, अभिषेक केशरवानी, अजय कुमार मालवीय ,राकेश मालवीय, डॉ.ए. के.राय, माधव कृष्ण, पूजा राय, कृष्णानंद दुबे, डॉ.ब्रजेन्द्र द्विवेदी, शैलेश,अखिलेंद्र तिवारी, मिथिलेश सिंह, श्रीमती नीता तिवारी, प्रियदर्शिनी दुबे, अमरेन्द्र तिवारी , गौरीशंकर पाण्डेय,विजय कुमार, चंद्रशेखर तिवारी, आशुतोष तिवारी आदि बुद्धिजीवियों ने हार्दिक शुभकामनाएं व्यक्त किया है।

Visits: 34

Leave a Reply