अन्धा बांटे रेवड़ी,घरे घराना देय

गाजीपुर। नगर निकाय चुनाव में पिछ़डा वर्ग आरक्षण पर विपक्षी नेताओं के अनर्गल बयानबाजी पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। भाजपा नेताओं ने विपक्षियों के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उसे राजनीतिक प्रलाप बताया है।

पिछड़ा वर्ग आयोग के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुनाथ चौहान ने कहा कि भाजपा कभी सत्ता की भूखी नहीं रही है और राजनीति में सत्ता को कभी भी व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं प्रयोग किया। भाजपा सामाजिक परिवर्तन और विकास की दौड़ में पिछड़ गए लोगों के उत्थान और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का साधन मानती है। उन्होंने माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के संबंध में किये गए निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि माननीय न्यायालय के आदेश से समाजवादी पार्टी का जनता को दिग्भ्रमित करने का षड़यंत्र विफल हो गया है।

क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरोज कुशवाहा ने कहा कि भाजपा और भाजपा सरकार पिछडे़ वर्ग के साथ ही समाज के सभी वर्गो के हितों की रक्षा के लिए सदैव प्रतिबद्ध रही है। अपने दिर्घकालीन शासनकाल में सपा-बसपा कांग्रेस ने पिछडे़ , दलितों, शोषित,पीड़ित, वंचितों का वोट तो लिया लेकिन इन लोगों को छलावा के अलावा कुछ नहीं दिया। सपा-बसपा व कांग्रेस ने भ्रम फैलाकर समाज को सदैव विघटित करने का प्रयास किया है। उन्होने निकाय चुनावों को लेकर सपा की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अखिलेश यादव के बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार और तेजस्वी यादव से रिश्ते किसी से छुपे नहीं है। बिहार सरकार ने पिछडे़ वर्ग के हितों की अनदेखी करते हुए निकाय चुनाव बिना आरक्षण के करा दिये। तब खुद को राष्ट्रीय पार्टी का मुखिया कहने वाले सपा प्रमुख अखिलेश यादव की बोलती बंद रही। जिला मंत्री सुरेश बिंद ने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पिछड़े वर्ग के सहयोग से सत्ता प्राप्त की लेकिन सत्ता का लाभ सिर्फ अपने नीजी परिवार और गाँव के आलावा उनके कुछ चहेते लोगों तक सीमित रहा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी ने अप्रत्यक्ष रूप से हाईकोर्ट में रिट दायर करवाकर नगरीय निकाय चुनाव में पिछड़ा वर्ग आरक्षण को समाप्त करने का षडयंत्र रचा परन्तु सपा अपने षड़यंत्र में सफल नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट का विरोध सपा के पिछड़ा वर्ग विरोधी होने का सबसे बड़ा प्रमाण है। जिला मीडिया प्रभारी शशिकान्त शर्मा ने कहा कि भाजपा की नीति सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास की रही है। जबकि समाजवादी पार्टी समाजवाद के बजाय परिवार वाद और भाई -भतिजावाद को बढावा देते हुए उनके मुखिया अखिलेश यादव की नीति परिवार और अपने रिश्तेदारों के विकास तक सीमित है। जिला सहकारी बैंक के उपाध्यक्ष भाजपा कोषाध्यक्ष अच्छेलाल गुप्ता ने कहा कि सपा-बसपा तथा कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल झूठ, भ्रम व फरेब की अपनी परम्परागत राजनीति से सत्ता प्राप्त करने के मंसूबे पाले हुए हैं। लेकिन जनता इनकी हरकत और हकीकत जान चुकी है। उत्तर प्रदेश न भूला है, ना भूलेगा। अखिलेश यादव सरकार में पिछड़ों व अनुसूचित वर्ग का दमन तथा परिवारवाद, जातिवाद व तुष्टीकरण की घिनौनी राजनीति का सच। पिछडा वर्ग मोर्चा के जिलाध्यक्ष मनोज बिंद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर पिछड़ा वर्ग सहित सभी वर्गों के हितों की रक्षा के संकल्प को पूरा किया है। मोदी सरकार ने आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए भी आरक्षण को सुनिश्चित किया। इसका ही परिणाम है कि समाज में यह भाव जागृत हुआ है कि अत्यंत गरीब पृष्ठभूमि से आने वाला व्यक्ति भी सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों से उत्पन्न चुनौतियों से पार पाकर भारत का प्रधानमंत्री बन सकता है और देश को एक नई ऊंचाई तक ले जा सकता है।

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