महामना पंडित मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई इस राष्ट्र की अमूल्य धरोहर – मनोज सिन्हा

गाजीपुर। महामना पंडित मदन मोहन मालवीय तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई राष्ट्र के दो ऐसे सपूत रहे जो राष्ट्र के नवनिर्माण में पूरी तरह सतत प्रयत्नशील रहे। सामाजिक विद्वेष दूर कर समानता, शिक्षा, तकनीकी व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश को आगे बढ़ाने में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

उक्त उद्गार जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पंडित मदन मोहन मालवीय इंटर कॉलेज सिखड़ी में मालवीय जयंती के अवसर पर मुख्य अतिथि पद से व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मालवीय जी तथा पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेई जी की उनके देश में किए गए योगदान के लिए मैं उनकी स्मृतियों को नमन करता हूं। देश के निर्माण में किए गए उनके अमूल्य योगदान पर व्यापक चर्चा करते हुए कहा कि नवभारत के सपनों को साकार करने के लिए महामना ने देश में समानता, शिक्षा, तकनीकी, ज्ञान विज्ञान व प्रौद्योगिकी के लिए नए युवाओं को तैयार करने के उद्देश्य से एक विश्वविद्यालय का सपना देखा और उसे मूर्त रुप दिया जो बीएचयू के रूप में आज देश के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने उसी बीएचयू से शिक्षा ली है और मेरे में जो भी अच्छाइयां हैं व मालवीय जी की प्रेरणा से है और मेरे अंदर जो भी कमी है वह मेरी स्वयं की अपनी है।
गाजीपुर से जुड़ाव की चर्चा करते हुए कहा कि मैं देश में कहीं भी रहूं, मेरी धूनी इसी मिट्टी से है।यहीं से मुझे ऊर्जा मिलती है और मैं अपने कार्यों को सफलतापूर्वक पूर्ण कर पाता हूं। शिक्षा नीति पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि देश की दोष पूर्ण शिक्षा व्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता महसूस करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है जो ज्ञान के साथ धनोपार्जन का भी जरिया बनेगी और रोजगार के साधन मुहैया होंगे। विगत 8 वर्षों से देश में विकास की गति तेज हुई है। आज देश में नये उच्च स्तरीय अस्पताल, मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं तो वहीं तकनीकी और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी तेजी से विकास हुआ है। ब्रॉडबैंड की सुविधा गांव गांव तक पहुंचाया गया है और देश प्रगति की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज भारत विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था बन चुका है और प्रधानमंत्री से देश विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने में सतत प्रयत्नशील हैं।
इससे पूर्व मुख्य अतिथि ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर तथा मां सरस्वती, महामना तथा अटल बिहारी बाजपेई के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

विद्यालय परिवार द्वारा मुख्य अतिथि, अध्यक्ष तथा विशिष्ट अतिथि को अंगवस्त्रम तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अतिथियों का परिचय विद्यालय के संस्थापक पारसनाथ राय ने कराते हुए उनका स्वागत किया। वहीं मुख्य अतिथि शिक्षा के क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाले सेवानिवृत्त शिक्षकों को अंगवस्त्रम तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा गणेश वंदना, सरस्वती वंदना सहित विभिन्न ज्ञानवर्धक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन कर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष पूर्व एमएलसी केदारनाथ सिंह ने महामना तथा पंडित अटल बिहारी बाजपेई को नमन करते हुए विद्यालय परिवार द्वारा आयोजित कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय महामना की सोच के अनुसार इस ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगा रहा है जो अत्यन्त प्रशंसनीय है। समारोह में पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह, सुधीर मिश्रा, कृष्ण बिहारी राय, भाजपा जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह सहित जनपद के विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों के प्रबंधक प्राचार्य तथा शिक्षक, गणमान्य जनों के साथ-साथ काफी संख्या में अभिभावकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन गौरीशंकर पाण्डेय आचार्य ने किया।

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