एनसीसी कैडेट्स ने थलसेना और उसके अंगों तथा ड्रिल गार्ड माउंटिंग की ली जानकारी

गाजीपुर । श्री महंत शिवदास उदासीन इंटर कालेज सादात के प्रांगण में संचालित एनसीसी 89 बटालियन के पांच दिवसीय एटीसी 281 शिविर के तीसरे दिन गुरुवार को कैडेटों को एनसीसी अधिकारियों ने विस्तार से जानकारी दी।
अलग अलग सत्रों के माध्यम से सूबेदार ओमप्रकाश सिंह, सूबेदार आरबी सिंह, हवलदार मोईद अहमद, हवलदार सुनील कुमार, हवलदार पवन कुमार ने कैडेटों को, भारत पाक के मध्य हुए युद्ध, देश के सर्वोच्च सैनिक सम्मान से समानित परमवीर चक्र विजेताओं का नाम व उनकी जीवनी, भारतीय थलसेना की संरचना और उसके अंगों तथा ड्रिल गार्ड माउंटिंग के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
थलसेना के बारे में बताया कि यह भूमि- आधारित दल की शाखा है, जो भारतीय सशस्त्र बल का सबसे बड़ा अंग है। थलसेना का प्रधान सेनापति तत्कालीन राष्ट्रपति होता है। उन्होंने थल सेना के सात कमानों व उनके कार्यों के बारे में विस्तार से चर्चा की। कैडेटों को देश के सबसे बड़े सैन्य सम्मान परमवीर चक्र पाने वाले जांबाज फौजियों की वीर गाथा सुनाते हुए उनकी जीवनी बताई। बताया कि ड्रिल रिक्रूट के अंदर आत्म सम्मान के साथ ही आत्मबल तथा एक साथ काम करने की भावना उत्पन्न करता है। एनओ लेफ्टिनेंट अशोक कुशवाहा, लेफ्टिनेंट सर्वेश यादव, कैप्टन उदयभान सिंह ने एनसीसी के छात्र-छात्राओं को एकता और अनुशासन का पाठ पढ़ाया। शिविर में 201 कैडेट भागीदारी निभा रहे हैं जिसमें समता पीजी कालेज के 46, समता इंटर कालेज के 67, गोविन्द के 32 तथा बापू इंटर कालेज के 56 कैडेट हैं।

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