हिन्दी दिवस पर कविता पाठ का हुआ आगाज

गाजीपुर। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सैदपुर गाजीपुर के सभागार हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें डी एल एड के प्रशिक्षुओं द्वारा कविता पाठ किया गया । इस अवसर पर हिंदी विषय की सर्वव्यापी संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि हिन्दी जनमानस की भाषा है। हिन्दी को आज राष्ट्रभाषा का गौरव प्राप्त है। हिन्दी ही वह भाषा है जो पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोती है। ब्रितानी हुकूमत के बाद देश की स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद हिन्दी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाने के लिए काका कालेलकर, मैथिलीशरण गुप्त,रामचंद्र शुक्ल, हजारी प्रसाद द्विवेदी, सेठ गोविन्ददास और व्यौहार राजेन्द्र सिंह सहित हिन्दी साहित्यकारों ने अथक प्रयास किया था। प्रयास किए।
हिन्दी दिवस की शुरुआत अंग्रेजी भाषा के बढ़ते चलन और हिंदी की अनदेखी को रोकने के लिए हर साल 14 सितंबर को देशभर में हिंदी दिवस मनाया जाता है। आजादी मिलने के दो साल बाद 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में एक मत से हिन्दी को राजभाषा घोषित किया गया था और इसके बाद से हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। वास्तव में 14 सितम्बर 1949 को हिन्दी के पुरोधा व्यौहार राजेन्द्र सिंहा का 50-वां जन्मदिन था, जिन्होंने हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए बहुत लंबा संघर्ष किया । हिन्दी को सशक्त बनाने के लिए सभी को अपने बोलचाल व लेखन में स्थान देना चाहिए। कविता पाठ में प्रमुख रुप से वैष्णवी चौरसिया ,अंशु राय ,पूजा यादव ,पूजा मौर्या , विनीता पांडे, दामिनी गुप्ता राहुल यादव, प्रियंका कश्यप इत्यादि ने प्रतिभाग किया। प्रवक्ता राजवन्त सिंह द्वारा भी कविता पाठ कर हिन्दी की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। संस्था के उप प्राचार्य उमा नाथ द्वारा हिंदी विषय के वैभव को उसके साथ उद्घाटित किया। समारोह में डॉ कमल नयन यादव, बीके सिंह, आवाज चंद्रा,डा. सर्वेश कुमार राय, अंकिता सिंह ,सुमन तिवारी, आलोक कुमार ,बृजेश कुमार ,राकेश सिंह यादव आदि प्रवक्तागण उपस्थित रहे। समारोह का संचालन हिंदी प्रवक्ता सुश्री अनामिका द्वारा किया गया।

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