कवि की रचना ….

“नमन करता हूँ मैं”

घर बार छोड़ के जो गरीबों के साथ लगा,
ऐसे बड़े भाई का, सम्मान करता हूँ मैं।

संकट में साथ दिया खड़ा रहा रात दिन,
उसकी ही शान में ,ये गान पढ़ता हूँ मैं।

सेवा करता रहा जो पिछे मुड़ देखा नहीं,
उसकी तो सोच को ,नमन करता हूँ मैं।

देश सेवा करने का जिसने दिखाया मन,
ऐसे सोनू सूद को, प्रणाम करता हूँ मैं।

कवि – अशोक राय वत्स
रैनी, मऊ, उत्तरप्रदेश
8619668341

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