योग ! कल मनेगा छठां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

वाराणसी (उत्तर प्रदेश),20 जून 2020। स्वास्थ्य, जीवन की अमूल्य धरोहर है। स्वस्थ रहने के लिए शरीर का स्वस्थ होना आवश्यक है क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मष्तिष्क का निवास होता है। स्वस्थ रहने के लिए दैनिक दिनचर्या में शारीरिक परिश्रम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
हमारे देश में वैदिक काल से ही योग समाज का एक अंग रहा है। आयुर्वेद में भी यौगिक क्रियाओं का वर्णन है। भारतीय संस्कृति में पूजा अर्चना का विशेष महत्व रहा है। प्राणायाम, सूर्य नमस्कार आदि क्रियाएं जीवन का अभिन्न हिस्सा रही हैं।

योग से जहां मन,मस्तिष्क को सक्रियता की अनुभूति होती है, वहीं शरीर को आन्तरिक शक्ति प्राप्त होती है।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से योग को अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति मिली और विश्व में
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रुप में 21 जून की तिथि निर्धारित की गयी।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में स्वस्थ मानवता हेतु योग पर प्रकाश डालते हुए सबको मिलकर एक साथ योग करने की बात कही थी।* इसके बाद ही सूर्य दक्षिणायन हो जाते हैं।
योग दिवस की मान्यता के बाद अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता के बाद 21 जून 2015 को प्रथम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अधिकांश देशों में ससमारोह मनाया गया। उस योग दिवस पर भारत ने दो शानदार रिकॉर्ड बनाए थे। उस दिन 35,985 लोगों के साथ प्रधानमंत्री ने राजपथ पर योग किया था। उसी दिन दूसरा रिकॉर्ड 84 देशों के लोगों द्वारा इस समारोह में हिस्सा लेना भी रहा था।
इस वर्ष कोरोना महामारी के संक्रमण से जहां पूरा विश्व प्रभावित है, वहीं कल अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर लोग सामाजिक दूरी का पालन करते हुए फिर एक नया रिकॉर्ड बनायेंगे।
कल इस छठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर उत्तर प्रदेश, योग एट होम (घर पर योग) की थीम के साथ मनाने की दिशा में अग्रसर है।
केन्द्र सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रातः 6.30 बजे से दूरदर्शन पर योग दिवस कार्यक्रम का प्रसारण होगा। प्रधानमंत्री के संबोधन के साथ ही सुबह सात से 7.45 बजे तक सामान्य योग प्रोटोकॉल का प्रसारण होगा।
नगर विकास विभाग द्वारा सभी नगरीय निकायों को शारीरिक दूरी सहित कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी उपाय अपनाने के निर्देश दिए हैं।

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