अंतरराष्ट्रीय अवार्ड इफ्तिखार -ए- अदब से नवाजे गए शफी सीतापुरी

ग्लोबल राइटर्स एसोसिएशन द्वारा इफ्तिखार -ए- अदब यानी साहित्य गौरव सम्मान से किया सम्मानित

 इंडिया बुक आफ रिकार्ड तथा एशिया बुक आफ रिकार्ड में भी दर्ज है उनका नाम

लखीमपुर खीरी। सुप्रसिद्ध शायर एवं इस्लामियां इंटर कालेज के प्रवक्ता डा.मो.शफी सीतापुरी को ग्लोबल राइटर्स एसोसिएशन इटली द्वारा इफ्तिखार -ए- अदब यानी साहित्य गौरव सम्मान से नवाजा गया है। इसका प्रमाण पत्र भी उन्हें आन लाइन प्राप्त हो चुका है। 

      लगभग 60 वर्षीय डा.मो.शफी सीतापुरी अपनी शायरी के लिए अनेकू मंचों पर सम्मान पा चुके हैं। डा.मो.शफी सीतापुरी के सम्मान में जूम पर “कमाले एतराफ – ए- फन डा.मो शफी सीतापुरी” के नाम से फरवरी 2024 में अंतर्राष्ट्रीय मुशायरा भी हुआ था, जिसमें यूरोपीय देशों के कई शायरों ने उनकी शायरी की भी समीक्षा की थी। 

        मालूम हो कि डा.मो.शफी सीतापुरी की कुल 10 किताबें प्रकाशित हैं जिनमे गीत, गजल, नज़्म हास्य, हम्द, नात, रुबाइयां, सोनेट, हाइकू आदि विधाएं शामिल हैं। इतना ही नहीं बल्कि 1278 शेर लिख कर अब तक सबसे लंबी गजल के लिए वे इंडिया बुक आफ रिकार्ड तथा एशिया बुक आफ रिकार्ड में अपना नाम भी दर्ज करा चुके हैं।

         इटली से प्राप्त पुरस्कार से अभिभूत मो. शफी सीतापुरी ने बताया कि ग्लोबल राइटर्स एसोसिएशन इटली ने जनवरी में इस अवार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किया था। जिसमें विभिन्न देशों के लगभग साढ़े तीन हजार रजिस्ट्रेशन हुए थे। कमेटी ने इसमें अवार्ड के छह वर्ग तय किए थे। जिसके लिए नौ सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी। जिनमे अमेरिका, कनाडा, भारत तथा पाकिस्तान के नामवर उर्दू साहित्यकार शामिल थे। ग्लोबल राइटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नवाज गुलियाना इटली के साथ मुख्य संरक्षक पाकिस्तान की जैबुन्निसा जैबी उर्दू ही नहीं बल्कि सिन्धी पंजाबी, इंग्लिश आदि भाषाओं में महारत रखती हैं। वह सौ से ज्यादा किताबें लिख चुकी हैं। डा.मो.शफी सीतापुरी ने बताया कि इटली के इस संगठन की नौ सदस्यीय कमेटी ने उनके लिए अवार्ड तय किया था,जिसका प्रमाण पत्र भी उन्हें मिल चुका है।

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