ग्रीन जोन का सपना टूटा, इक्कीस कोरोना मरीजों ने बढ़ायी जिले की धुकधुकी

गाजीपुर,16 मई 2020। बाहर से जिले में आ रहे संदिग्ध कोरोना संक्रमितों की जांच के लिए भेजे गए सैंपल में से शुक्रवार 15 मई की सुबह सात रोगियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली तो वहीं शाम को छह अन्य मरीजों की रिपोर्ट भी पाजीटिव आयी। इनके साथ ही अब जिले में सक्रिय कोरोना रोगियों की संख्या इक्कीस हो गयी है। जबकि इससे पूर्व छह मरीज स्वस्थ होकर वापस चुके हैं।
बाहर से वापस आने वाले श्रमिकों को लेकर जनपद वासियों की धुकधुकी बढ़ी हुई है।
अभी वृहस्पतिवार 14 मई तक मिले आठ कोरोना संक्रमित मरीजों से जनपदवासी सहमे हुए थे कि शुक्रवार की सुबह सात और शाम को छह संदिग्धों की रिपोर्ट कोरोना पाजीटिव आ गयी।
बताते चलें कि पूर्व के छह मरीजों के ठीक होने के बाद नन्दगंज क्षेत्र के खिदीरपुर तथा मरदह क्षेत्र के नसीरुद्दीनपुर के एक एक लोग कोरोना पाजिटिव पाये गये थे। इसी बीच वुधवार 13 मई की देर शाम दो लोगों में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। उसमें एक मरीज करंडा क्षेत्र के उचौरी तो दूसरा मनिहारी क्षेत्र के सराय गोकुल गांव का निवासी था, फिर वृहस्पतिवार 14 मई को चार अन्य संदिग्धों की रिपोर्ट भी पाजीटिव आते ही ग्रामीण क्षेत्रों में खलबली मच गयी।
इसी क्रम में शुक्रवार 15 मई को सुबह सात तो शाम को छह अन्य लोगों की रिपोर्ट पाजीटिव आयी। इन्हें लेकर जिले में कोरोना पाजीटिव संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है। शुक्रवार को आई रिपोर्टों के अनुसार बिरनो थाना क्षेत्र के गोपालपुर में एक महिला समेत 7 लोग पॉजिटिव पाए गए। इनमें एक व्यक्ति दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के भीखमपुर का एक व्यक्ति है जो मुंबई से अपनी ससुराल गोपालपुर आया था। इसके अतिरिक्त मरदह थाना क्षेत्र के ढोढ़ावारी बोगना में एक, शादियाबाद थाना क्षेत्र के हरधना में एक, फतेहपुर अटवा में एक, वयपुर देवकली में एक तथा मकसूदपुर व सराय मऊ में एक-एक संक्रमितों की पुष्टि हुई है।
लगातार तेजी से बढ़ रहे कोरोना मरीजों के संक्रमण को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में एक बार फिर सनसनी फैल गयी।
जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा संक्रमितों की रिपोर्ट आते ही उनको पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडलीय चिकित्सालय वाराणसी में विशेष इलाज के लिए भर्ती कराया जा चुका है तथा उनके संपर्क में आए परिजनों को गाजीपुर क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है और संक्रमितों के गांव को हॉटस्पॉट घोषित करते हुए गांव का सेनेटाइजेशन कराकर सील कर दिया गया है।
यदि समय रहते शासन प्रशासन कड़ी कार्यवाही करते हुए बाहर से आने वालों पर रोक नहीं लगायेगा तो गांव में आ रहे लोगों के चलते कोरोना का संक्रमण गांवों को भी अपनी गिरफ्त में ले लेगा, जिसकी प्रबल सम्भावना बनती जा रही है। बाहर से आने वाले ग्रामीण जन अब जिले के लिए अब मुसीबत बनते जा रहे है यदि प्रसासन द्वारा इन्हें गांव में पहुचने के पूर्व ही कोरेंनटाइन कर इनका इलाज नही कराया गया तो इनका संक्रमण इनके परिवार सहित पूरे गांव में फैलेगा जिसे दुरुस्त कराने में जिला प्रसासन को मुश्किलों का सामना करना पड़ जायेगा।

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