एसपी पर गाज ! लापरवाही पर नपे संभल व प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक

लखनऊ (उत्तर प्रदेश), 17 जुलाई 2018। लापरवाही बरतने के आरोप पर संभल के पुलिस अधीक्षक राधे मोहन भारद्वाज और प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह-1 को कल रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश से निलंबित कर दिया गया । उल्लेखनीय है कि संभल में एक महिला को सामूहिक बलात्कार के बाद जिंदा जलाने तथा प्रतापगढ़ में एक किशोरी की मौत के मामले में पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा था। इसके उपरांत यमुना प्रसाद को संभल और देव रंजन वर्मा को प्रतापगढ़ का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। दोनों जिलों में पुलिस कार्रवाई में लापरवाही से नाराज होकर मुख्यमंत्री ने पुलिस कप्तानों को निलंबित करने का निर्देश दिया। दो पुलिस कप्तानों पर हुई इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
ज्ञातव्य है कि संभल जिले में पांच लोगों द्वारा कथित रूप से सामूहिक बलात्कार के बाद एक महिला को एक मंदिर परिसर में जिंदा जला देने की घटना हुई थी। जिले के रजपुरा थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति ने तहरीर देकर आरोप लगाया कि शनिवार की भोर में आराम सिंह नामक एक व्यक्ति समेत पांच लोगों ने घर में घुसकर तमंचे से बल पर उसकी पत्नी से बलात्कार किया। उसका कहना था कि वह गाजियाबाद में रहकर मजदूरी करता है, जबकि उसकी पत्नी अपनी सात वर्षीय बेटी के साथ रजपुरा थाना क्षेत्र स्थित गांव में रहती थी। वारदात के बाद आरोपी किसी को कुछ न बताने की धमकी देकर चले गए। उसके बाद उसकी पत्नी ने अपने ममेरे भाई को इस घटना के बारे में जानकारी दी। कुछ देर बाद आरोपी फिर उसके घर आ गए और पास में बने मंदिर परिसर स्थित झोपड़ी में ले जाकर उसे जिन्दा फूंक दिया। इस मामले में एडीजी प्रेम प्रकाश ने चौकी प्रभारी और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया था। पुलिस ने लापरवाही बरतते हुए पोस्टमार्टम कराए बिना ही कह दिया था कि गैंगरेप हुआ ही नहीं है।वहां की स्थिति सामान्य करने के लिए एडीजी को स्वयं गांव में डेरा डालना पड़ा। पुलिस ने इस मामले में कल सोमवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था
इसी तरह प्रतापगढ़ के कुंडा थाना क्षेत्र में एक किशोरी ने छेड़खानी से आजिज आकर पेड़ से लटककर फांसी लगा ली थी। इस मामले में भी पुलिस की लापरवाही सामने आई थी और थानाध्यक्ष समेत दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था।

Views: 70

Leave a Reply