दवा के अभाव में क्षय उन्मूलन हवा हवाई
रोग की दवा के लिए दर-दर भटक रहे हैं मरीज और उनके परिजन
गाज़ीपुर। केन्द्र सरकार वर्ष 2025 तक क्षय रोग उन्मूलन हेतु भले ही तत्पर हो परन्तु विभागीय उच्चाधिकारियों की अनदेखी के कारण जनपद
में विगत कई माह से क्षय रोग के मरीजों को क्षय रोग विभाग द्वारा औषधियां नहीं दी जा रही हैं।
बताते चलें कि जिले में करीब 3156 क्षय रोगी हैं, जिनका इलाज क्षय रोग विभाग द्वारा निशुल्क कराया जाना है। इसके साथ ही साथ उन्हें पोषण योजना के तहत ₹500 प्रतिमाह छह माह तक उनके खाते में पोषण हेतु भी भेजा जाता है। वास्तविकता यह है कि पिछले कई महीनों से क्षय रोग के मरीजों के लिए विभाग की तरफ से दवा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। सरकार से दवा न मिलने के कारण मरीज दवा के लिए परेशान हैं। एक क्षय रोगी के परिजन विनोद कुशवाहा पूर्व मनोनीत सभासद नगर पालिका ने बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में एमडीआर मरीज की दवा उपलब्ध कराने के संबंध में प्रार्थना पत्र देकर शीघ्र ही दवा उपलब्ध कराने की मांग की है।
विनोद कुशवाहा ने बताया कि उनकी बेटी एमडीआर मरीज है। उसके लिए 18 महीने तक दवा चलना अनिवार्य होता है । लेकिन पिछले कई महीनो से विभाग द्वारा उन्हें दवा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। अब उन्हें बाजार से दवा लेना पड़ रहा है। करीब एक सप्ताह की दवा लगभग 1200 के आसपास पड़ रही है। इससे परिवार पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।
इस संबंध में एसीएमओ डॉ मनोज सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा दवा की सप्लाई नहीं आ रही है जिससे समस्या आ रही है। वहीं जिला कार्यक्रम समन्वयक मिथिलेश सिंह ने बताया कि अप्रैल माह से ही क्षय रोग के मरीजों की पूरी दवा की सप्लाई नहीं हो रही है। कुछ दिन पहले दवा की सप्लाई हुई थी, जो अगले 15 दिन से 1 माह के अंदर एक्सपायरी भी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा स्थानीय खरीद हेतु पत्र भेजा गया है लेकिन अभी तक खरीदारी नहीं हो पाई है।
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