साइबर अपराधियों से पुलिस ने वापस कराया तीन लाख से अधिक की धनराशि 

गाजीपुर। पुलिस कार्यालय साइबर सेल ने साइबर अपराध के पीड़ितों के कुल 317693 रुपये वापस कराने में बड़ी सफलता प्राप्त की है। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह के निर्देशन में साइबर अपराध के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत प्राप्त प्रार्थना पत्रों पर साइबर सेल ने कार्यवाही आरंभ की। आवेदकों के अवैध ट्रांजेक्शन होने की शिकायत पर प्रभारी साइबर सेल ने अवैध ट्रांजेक्शन जिन पेमेंट गेटवे के माध्यम से हुए थे, संबंधित कम्पनी/मर्चेन्ट को त्वरित रुप से जरिये मेल पत्राचार कर एवम् दूरभाष पर सम्पर्क कर अवैध ट्रांजेक्शन रोकने एवं ट्रांजेक्शन की जानकारी प्रदान करने संबंधी प्रक्रिया पूर्ण की। साइबर सेल की त्वरित आवश्यक कार्यवाही के फलस्वरुप कुल छह ऑफलाइन/ऑनलाईन आवेदक के प्राप्त प्रार्थना पत्रों पर त्वरित कार्यवाही करते हुए आवेदकों की गाढ़ी कमाई के कुल रूपये 317693 को खातें में वापस कराया गया। अपनी मेहनत की कमाई पुनः प्राप्त होने पर आवेदकों द्वारा साइबर कार्यालय उपस्थित होकर इस कार्य को पूर्ण करने में समस्त स्टाफ का आभार व्यक्त किया गया। अपनी धनराशि वापस पाने वालों में जय यादव निवासी थाना भांवरकोल जनपद गाजीपुर की रू.93673, कमला निवासी थाना नोनहरा जनपद गाजीपुर की 7600 रुपए, लाली देवी निवासी थाना नंन्दगंज जनपद गाजीपुर के रू.100000, बिनोद निवासी थाना मुहम्मदाबाद जनपद गाजीपुर के रू.90000,सुशीला देवी निवासी थाना सैदपुर जनपद गाजीपुर की धनराशि रू.20000 तथा प्रदुम कुमार निवासी थाना मरदह जनपद गाजीपुर के रू.6420 शामिल रहे। धनराशि वापस कराने वाली टीम में उपनिरीक्षक वैभव मिश्रा, आरक्षी, मुकेश कुमार, मुख्य आरक्षी राजकुमार व आशीष कुमार मिश्रा, आरक्षी विकास श्रीवास्तव, शिव प्रकाश यादव व महिला आरक्षी प्रतिभा शुक्ला साइबर सेल गाजीपुर शामिल रहे। पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया गया है। ऐसे बनाए जाते है शिकार साइबर ठगों द्वारा लोगों को फोन और ईमेल करके किसी को लाटरी लगने का मैसेज, किसी को फोन करके उसका बैंक अकाउण्ट हैक होने व कार्ड बंद होने का डर दिखाकर जानकारी कर लेतें हैं, किसी को एनीडेस्क एप डाउनलोड करवाकर ठगी का शिकार बना लेतें हैं। *सावधानियां * ➢ कभी किसी मेसेंज पर विश्वास नही करे।
➢ बैंक के सबंध में कोई भी मेसेज प्राप्त होने पर बैंक जाकर ही जानकारी प्राप्त करें।

➢ फोन काल पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा दिये जा रहे निर्देशों का पालन कतई नही करे।

➢ अपनी कोई भी व्यक्तिगत जानकारी सोशल मिडिया पर शेयर नही करे।

➢फेसबुक या अन्य किसी सोशल मीडिया पर अनजान लोगों के साथ विडियो कॉलिंग न करें।

➢ अज्ञात स्रोत से प्राप्त किसी भी प्रकार के लिंक या क्यूआर कोड पर क्लिक/स्कैन ना करें।

➢ रिमोट एप जैसे टीम व्यूवर, एनीडेस्क, क्विक सर्पोट किसी के कहने पर इंस्टाल नही करे।

➢ पैसे की प्राप्ती करने हेतु कभी भी एम0पिन या यू0पी0आइ0 पिन दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती है।

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