कैसा रहेगा वर्ष 2023 – जानें सभी राशियों का वार्षिक राशिफल 

वर्ष 2023 का वार्षिक राशिफल

मेष

आपको अपने स्वास्थ्य और आर्थिक जीवन के संबंध में मिश्रित परिणाम प्राप्त होंगे क्योंकि बृहस्पति आपके पहले भाव में स्थित है। इस स्थिति के कारण आपको अपने स्वास्थ्य और आर्थिक जीवन के संबंध में कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।करियर के लिहाज से, वर्ष 2023 आपके लिए अनुकूल रहेगा क्योंकि शनि की स्थिति अनुकूल है, लेकिन सकारात्मक परिणाम आपको धीरे-धीरे देखने को मिलेंगे। इस वर्ष आपके सामने ऐसी स्थिति भी आ सकती है कि आप अपने काम में ख़ूब मेहनत करेंगे, लेकिन उसे नज़रंदाज़ कर दिया जाएगा। हालांकि आपको नौकरी के कुछ नए अवसर मिलेंगे, जो आपके लिए काफ़ी ख़ुशी की बात होगी।आर्थिक रूप से देखा जाए तो अप्रैल, तक का समय औसत रूप से फलदायी सिद्ध होगा। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य पर धन ख़र्च करने की ज़रूरत पड़ सकती है। अक्टूबर से आपके स्वास्थ्य में सुधार संभव होगा। संबंधों की बात करें तो हो सकता है कि सितंबर तक आपको बहुत अच्छे परिणाम न मिलें, लेकिन कुछ भी प्रतिकूल घटित नहीं होगा। कुल मिलाकर देखा जाए तो अक्टूबर से आपको अपने संबंधों और आर्थिक स्थिति आदि के मामले में अनुकूल परिणामों की प्राप्ति होगी।

वृषभ
आपको अपने स्वास्थ्य, संबंध और फाइनेंस के मामले में सकारात्मक व नकारात्मक दोनों तरह के परिणाम प्राप्त होंगे। हालांकि अप्रैल के बाद आपको कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि बृहस्पति कुंडली के छठे भाव में राहु और केतु के साथ स्थित होगा। इस स्थिति के कारण आप सिरदर्द, त्वचा में जलन और पाचन संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त हो सकते हैं।अप्रैल तक आपको फाइनेंस, करियर और संबंधों के मामले में अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। लेकिन मई के बाद आपका स्वास्थ्य और आर्थिक जीवन थोड़ा सा प्रभावित होने की आशंका है। स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने के लिए लंबी दूरी की यात्रा करने से बचें। आर्थिक नुकसान से बचने के लिए निवेश करते समय अधिक सावधानी बरतें।मई से लेकर सितंबर तक आपके संबंधों में भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। आपको सुझाव दिया जाता है कि ख़ुद को शांत रखें और सबके साथ विनम्र व्यवहार करें। करियर की बात करें तो अप्रैल तक आपको मध्यम परिणाम प्राप्त होंगे और अक्टूबर के बाद अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।

मिथुन
आपका आर्थिक मामले में अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो आपकी रुचि आध्यात्मिक कार्यों में अधिक हो सकती है।
अप्रैल के बाद राहु आपके ग्यारहवें भाव में बृहस्पति के साथ स्थित होगा, जिसके कारण आपको अप्रत्याशित रूप से धन लाभ हो सकता है। साथ ही आपको अपने करियर में वृद्धि देखने को मिलेगी तथा पारिवारिक माहौल भी सुखद और सौहार्दपूर्ण रहेगा। राहु सितंबर तक आपके ग्यारहवें भाव में मौजूद रहेगा, जो कि आपके अंदर ढेर सारी इच्छाओं को जन्म देगा और सभी इच्छाएं पूरी न होने के कारण आप थोड़ा असंतुष्ट हो सकते हैं। यदि आप एक बिजनेसमैन हैं तो मई से आपको कुछ अच्छे बिजनेस टाई-अप करने के मौके मिलेंगे, जिनसे आपको अच्छा खासा लाभ प्राप्त होगा। यदि आप सट्टा बाज़ारों जैसे कि शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट आदि से जुड़े हुए हैं, तो आप उससे भी अच्छी कमाई कर सकते हैं।
अक्टूबर के बाद आपको अपने करियर के संबंध में बेहतरीन परिणाम प्राप्त होंगे और हो सकता है कि आपको किसी काम के सिलसिले से विदेश यात्रा करने का भी मौका मिले क्योंकि राहु दसवें भाव में स्थित होगा। चौथे भाव में केतु की उपस्थिति होने के कारण, आपके ऊपर पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं।

कर्क
आपको अपने करियर, फाइनेंस और स्वास्थ्य के संबंध में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।अप्रैल तक का समय आपके करियर और स्वास्थ्य के लिए कठिनाइयों भरा हो सकता है क्योंकि शनि कुंडली के आठवें भाव में स्थित होगा। लेकिन नौवें भाव में गुरु की उपस्थिति होने के कारण कोई भी बड़ी परेशानी नहीं होगी। नौवें भाव में गुरु की मौजूदगी, आपको आध्यात्मिकता की ओर भी झुकाएगी।
मई के बाद बृहस्पति दसवें भाव में तथा शनि आठवें भाव में स्थित होंगे, जिसके कारण कर्क राशि के नौकरीपेशा जातकों के करियर में कुछ कठिनाइयां आने की आशंका है। आपके ऊपर काम दबाव अधिक हो सकता है, यहां तक कि नौकरी बदलने तक की नौबत भी आ सकती है। यदि आप वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं, जीवनसाथी के साथ संबंध में समस्याएं पैदा होने की आशंका है। सितंबर के बाद आपको अपने करियर में प्रगति देखने को मिलेगी। आर्थिक लाभ में वृद्धि होगी तथा जीवन में खुशियां ही खुशियां होंगी।

सिंह
आपको पिछले साल से ज़्यादा सुखदायी महसूस होगा क्योंकि बृहस्पति उस समय आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करेगा। इसके परिणामस्वरूप आपको अपने करियर में पदोन्नति जैसे कुछ मौके देखने को मिलेंगे। आर्थिक रूप से आपको लाभ प्राप्त होगा तथा आपकी रुचि आध्यात्मिकता की ओर बढ़ेगी, जो कि अत्यंत संतोषजनक होगी। आपके घर माहौल बेहद अनुकूल रहेगा। घर में विवाह जैसे शुभ अवसर देखने को मिलेंगे। यदि आप सिंगल हैं और विवाह की प्रतीक्षा कर रहे हैं तो अप्रैल के बाद आपको विवाह के बंधन में बंधने का मौका भी मिल सकता है।
अप्रैल से पहले की बात करें तो सातवें भाव में शनि स्थित होगा तथा आपके लग्न भाव पर दृष्टि डालेगा। इसके कारण आप अपने रोजमर्रा के कार्यों को लेकर आलसी हो सकते हैं। यदि आप नौकरी करते हैं तो आपको अपने काम में अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी क्योंकि काम के अधिक दबाव के कारण आपसे ग़लतियां हो सकती हैं। सेहत पर भी आपको काफ़ी ध्यान देने की ज़रूरत होगी क्योंकि शनि के प्रभाव के कारण आपके पैरों और जोड़ों में दर्द की शिकायत हो सकती है।

कन्या
आपको अपने स्वास्थ्य, संबंधों और आर्थिक मामलों में सकारात्मक फलों की प्राप्ति होगी। यदि आप ख़ुद से जुड़ा कोई महत्वपूर्ण फ़ैसला लेना चाहते हैं तो अप्रैल तक का समय ज़्यादा अनुकूल है क्योंकि बृहस्पति की दृष्टि आपके लग्न भाव पर होगी। ऐसे में अगर आप अपना घर बसाने की योजना बना रहे हैं तो यह समय आपको अनुकूल फल प्रदान करेगा।
करियर की बात करें तो वर्ष लगभग पूरा ही आपके लिए प्रगतिशील रहेगा क्योंकि शनि स्वराशि कुंभ में छठे भाव में स्थित होगा। छठा भाव सेवा का भाव होता है और इस भाव में शनि की उपस्थिति करियर के लिहाज से फलदायी सिद्ध होगी। अप्रैल के बाद बृहस्पति आठवें भाव में राहु के साथ गोचर करेगा, जिसके कारण आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है। वहीं अक्टूबर के बाद आपके रिश्तों में तनाव पैदा होने की आशंका है क्योंकि राहु आपके सातवें भाव में गोचर करेगा और केतु पहले भाव में।

तुला
तुला राशि अनुसार, छठे भाव में बृहस्पति स्थित होने की वजह से अप्रैल तक की अवधि आपको थोड़ी चुनौतीपूर्ण लग सकती है। आपको अपने करियर और आर्थिक मामलों को लेकर थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी क्योंकि पांचवें भाव में शनि स्थित होगा। दूसरी ओर, राहु सातवें भाव में तथा केतु पहले भाव में स्थित होगा, जिसके कारण आपके व्यक्तिगत जीवन और पारिवारिक जीवन में उथल-पुथल मची रह सकती है। अप्रैल ख़त्म होते-होते बृहस्पति आपके सातवें भाव में राहु के साथ गोचर करेगा, जिसके फलस्वरूप आपको अपने करियर, फाइनेंस और संबंधों में सुधार देखने को मिलेगा। अप्रैल के बाद बृहस्पति की दृष्टि आपके लग्न भाव पर पड़ेगी और आपको अपने पारिवारिक जीवन में चल रही समस्याएं हल होती नज़र आएंगी।
सितंबर के बाद आपको अपने सभी प्रयासों में सकारात्मक फल प्राप्त होंगे क्योंकि छठे भाव में राहु तथा बारहवें भाव में केतु स्थित होगा। छठे भाव में राहु स्थित होने की वजह से आप कठिन से कठिन कार्य को भी आसानी से पूरा करने में सक्षम होंगे।

बृश्चिक
अपने स्वास्थ्य, संबंधों और आर्थिक मामलों में मिश्रित परिणाम मिलेंगे। अप्रैल तक आपके ऊपर बृहस्पति की कृपा बनी रहेगी, जिसके परिणामस्वरूप आपकी आय का प्रवाह अच्छा रहेगा। सेहत भी आपकी काफ़ी अच्छी रहेगी, लेकिन ख़ुद को तंदरुस्त बनाए रखने के लिए आपको समय पर भोजन करने, संतुलित आहार का सेवन करने तथा योग, व्यायाम आदि करने की आवश्यकता होगी।
अप्रैल के बाद बृहस्पति का अगला गोचर भले ही अनुकूल न हो लेकिन उसकी दृष्टि आपके लिए अनुकूल सिद्ध होगी। शनि का अगला गोचर आपके चौथे भाव में होगा, जिसके परिणामस्वरूप आप भविष्य के लिए कोई बड़ा निवेश कर सकते हैं जैसे कि प्रॉपर्टी खरीदना आदि। सितंबर के बाद आपको अपने पारिवारिक जीवन में सुकून महसूस होगा। परिवारजनों के साथ आपके संबंध अच्छे होंगे। यदि आप शेयर मार्केट आदि से जुड़े हुए हैं तो उसमें भी आपको अच्छा लाभ होने की संभावना है।

धनु
अपने करियर, स्वास्थ्य और आर्थिक मामलों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। अप्रैल तक आपका दैनिक जीवन थोड़ा असंतोषजनक हो सकता है। पूरे वर्ष के लिए तीसरे भाव में शनि का गोचर तथा अप्रैल के बाद मेष राशि में बृहस्पति का अनुकूल गोचर होने से, आपके व्यक्तिगत जीवन, पेशेवर जीवन तथा आर्थिक जीवन में सकारात्मक बदलाव होंगे। यदि आप एक व्यवसायी हैं तो आपको अच्छा लाभ मिलेगा और आप कोई नया व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। इसके बाद बृहस्पति आपके पांचवें भाव में गोचर करेगा, जो आपके वैवाहिक जीवन के लिए फलदायी साबित होगा। आपकी रुचि अध्यात्म की ओर बढ़ेगी। यदि आप शेयर मार्केट आदि से जुड़े हुए हैं तो आपको उससे अच्छा रिटर्न मिलने की भी संभावना प्रबल है।

मकर
यह बर्ष करियर, आर्थिक जीवन और स्वास्थ्य के लिहाज से औसत रूप से फलदायी सिद्ध होगा। आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर अधिक सचेत रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि चौथे भाव में राहु और दूसरे भाव में शनि स्थित होगा।
अप्रैल के बाद आपकी आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव हो सकते हैं क्योंकि बृहस्पति आपके चौथे भाव में राहु के साथ स्थित होगा। इन ग्रहों की इस स्थिति के कारण आपको अपने और अपने से बड़ों के स्वास्थ्य पर काफ़ी धन ख़र्च करना पड़ सकता है। शनि स्वराशि में दूसरे भाव में स्थित होगा, जिसके परिणामस्वरूप आप अपने करियर पर ज़्यादा ध्यान देंगे और ज़्यादा पैसा कमाने की सोचेंगे। सितंबर से राहु मीन राशि में तीसरे भाव में तथा केतु कन्या राशि में नौवें भाव में गोचर करेगा, जिसके फलस्वरूप आपको अपने करियर में प्रगति और आर्थिक लाभ में वृद्धि देखने को मिलेगी। तीसरे भाव में राहु की स्थिति के कारण आपको किसी काम के सिलसिले से विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है।

कुंभ
इस बर्ष तीसरे भाव में बृहस्पति का गोचर होने के कारण आपको आर्थिक रूप कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है। साथ ही पहले भाव में शनि स्थित होने के कारण, करियर में भी कुछ समस्याएं आने की आशंका है। पहले भाव से शनि की दृष्टि आपके सातवें भाव पर पड़ेगी, इसलिए आपको अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य का अधिक ख़्याल रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि उनका स्वास्थ्य प्रभावित होने की आशंका है। सातवें भाव पर शनि की दृष्टि होने के कारण, आपको जीवनसाथी के साथ संबंध में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही आपको अपने दोस्तों से भी सावधान रहने की आवश्यकता होगी। शनि के नकारात्मक प्रभाव तब कम होंगे, जब बृहस्पति मेष राशि में गोचर करेगा और उसकी दृष्टि सातवें भाव पर पड़ेगी। सितंबर के बाद, दूसरे भाव में राहु तथा आठवें भाव में केतु का गोचर, आपको आर्थिक समस्याएं दे सकता है, इसलिए आपको अपने ख़र्चों की सही ढंग से योजना बनाने की आवश्यकता होगी।

मीन
इस साल शनि राशि में गोचर कर रहा है, जो कि साढ़ेसाती के शुरुआती चरण का संकेत देता है। इसके कारण शुरुआत में आपको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अप्रैल के बाद आपको अपने करियर में प्रगति के साथ-साथ आर्थिक लाभ देखने को मिलेगा क्योंकि मेष राशि में बृहस्पति का गोचर आपके लिए फलदायी सिद्ध होगा।
आशंका है कि पूरे साल भर आपको अपने स्वास्थ्य का ख़ास ख़्याल रखने की आवश्यकता होगी क्योंकि दूसरे भाव में राहु और आठवें भाव में केतु स्थित है। इन ग्रहों की इस स्थिति के कारण नौकरीपेशा जातकों का विदेश या किसी अन्य जगह स्थानांतरण हो सकता है। दूसरे भाव में राहु की उपस्थिति के कारण, परिवारजनों और जीवनसाथी के साथ संबंधों में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। हालांकि आठवें भाव में स्थित केतु आध्यात्मिकता की ओर आपका झुकाव बढ़ाएगा। सितंबर बाद, केतु सातवें भाव में तथा बृहस्पति दूसरे भाव में गोचर करेगा। ऐसे में अगर आप सिंगल हैं और विवाह होने का इंतज़ार कर रहे हैं तो आपको विवाह के बंधन में बंधने का मौका मिल सकता है। कुल मिलाकर दूसरे भाव में बृहस्पति की स्थिति आपके लिए अनुकूल साबित होगी।

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ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री

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