यौगिक अभ्यास मानसिक स्वास्थ्य की सर्वोत्तम औषधि – प्रो. वी के राय

गाज़ीपुर। शारीरिक, मानसिक तथा सामाजिक स्तरों पर स्वस्थ होना ही पूर्ण स्वास्थ्य है। आज पूरी दुनिया में मनुष्य मानसिक स्वास्थ्य और अन्यान्य मनो रोगों की समस्याओं से जूझ रहा है। मनोविज्ञान वस्तुतः मनुष्य की प्रवृत्तियों का धनात्मक अध्ययन है जो हमारी मानसिक अवस्थाओं तथा उनकी विसंगतियों का गंभीर विश्लेषण करता है।
उक्त उद्गार विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर स्वामी सहजानंद पीजी कॉलेज में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में आधार वक्तव्य देते हुए पीजी कालेज के मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. वी डी मिश्र (से.नि.) ने व्यक्त किया।
इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ सुश्री संजना कुशवाहा के स्वागत गीत से हुआ। डॉ. कंचन सिंह ने स्वागत भाषण तथा तूलिका श्रीवास्तव ने विषय प्रवर्तन प्रस्तुत किया।
विशिष्ट वक्ता डॉ. यशवंत कुमार सिंह ने अपने वक्तव्य में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मानसिक स्वास्थ्य को एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में जागरूकता अभियान का केंद्र बनाने की पृष्ठभूमि की विवेचना की। प्रो. शिवकुमार ने वर्तमान परिदृश्य में अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों के नेटवर्क में घिरे मनुष्य के लिए अपने मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा को बेहद जरूरी और कठिन कार्य बताया।
कार्यक्रम में अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वी के राय ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य की प्राप्ति में योग तथा खेलों का विशेष महत्व है जो शारीरिक एवं मानसिक ऊर्जा के विशिष्ट साधन हैं। प्रो. राय ने अपने वक्तव्य में आधुनिक जीवन शैली के समांतर ध्यान केंद्रित यौगिक क्रियाओं के अभ्यास पर बल दिया तथा कहा कि यौगिक क्रियाएं मानसिक स्वास्थ्य की सर्वोत्तम औषधि हैं।
कार्यक्रम में रामधारी राम, डॉ विभा राय, सौम्या वर्मा, डॉ प्रियंका यादव, डॉ प्रमोद श्रीवास्तव, सतीश पांडेय, प्रो. अजय राय, डॉ के एन चतुर्वेदी, डॉ राकेश पांडेय, सुरेश प्रजापति, संजय कुमार, अरविंद यादव आदि शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. कंचन सिंह, धन्यवाद ज्ञापन मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. राम नगीना सिंह यादव तथा संचालन डॉ नरनारायण राय ने किया।

Visits: 179

Leave a Reply