डॉ०विजयानन्द बने म०प्र०हिंदी सभा के सलाहकार

गाजीपुर। अखिल भारतीय स्तर पर हिन्दी प्रचार प्रसार में समर्पित संस्था प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा, जबलपुर, मध्य प्रदेश ने जखनियां तहसील क्षेत्र के बखरा गांव के निवासी कवि, लेगक व साहित्यकार डॉ० विजयानन्द को अपना सलाहकार नियुक्त किया है। यह जानकारी कवि संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिन्दी प्रचार सभा ने दी है।
उल्लेखनीय है कि डॉ० विजयानन्द विभिन्न संस्थाओं में सचिव, महामंत्री, निदेशक- रिसर्च फाउंडेशन,सं.इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय,नई दिल्ली, का०अध्यक्ष- अखिल भारतीय साहित्य परिषद, प्रयागराज,पूर्व अध्यक्ष -काशी प्रांत,वर्तमान राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, अखिल भारतीय हिन्दी महासभा, विश्व हिंदी महासभा, नई दिल्ली जैसे पदों पर कार्य कर चुके हैं। भारत के कई विश्वविद्यालयों में उनके साहित्य पर एम०फिल, पीएचडी का शोध कार्य हो चुका/ चल रहा है।वे अमेरिकन रिसर्च इंस्टीट्यूट के दो बार सलाहकार रहे हैं।
उन्होंने हिन्दी साहित्य की लगभग सभी विधाओं यथा कविता,कहानी,नाटक, उपन्यास, लघुकथा, आत्मकथा, आलोचना, समीक्षा,पत्र, संस्मरण, साक्षात्कार,बाल साहित्य, संपादन आदि में ५४ मौलिक तथा अनुदित,संपादित कुल ८१ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।’वैश्विक साहित्य’ त्रैमासिक का लगभग १० वर्षों तक संपादन किया है। अमेरिका के राम काव्य पीयूष, कृष्ण काव्य पीयूष सहित अनेक देशों के संग्रहों में रचनाएं प्रकाशित हैं।
इनकी महत्वपूर्ण पुस्तकों में संबोधन (काव्य संग्रह), शिवा-शौर्य (खंडकाव्य), समरभूमि, श्रीकृष्ण चरित (महाकाव्य), अंधेरे के खिलाफ, हरिओम तथा अन्य कहानियां (कहानी संग्रह),अकिंचन, धर्मचक्र (एकांकी संग्रह), दानवीर कर्ण,वनवासिनी सीता (नाटक), पितामह भीष्म, उबलता लहू, नेह निर्झर, लाजो (उपन्यास), समय की सलीब पर-दो भाग(आत्मकथा), साहित्यकारों से साक्षात्कार, आलोचना का द्वंद्व और समीक्षा (आलोचना), प्यारा भारत,नन्हें मुन्ने गीत, देश हमारा,स्वतंत्रता के अमर शहीद, अपना गांव (बाल साहित्य) आदि प्रमुख हैं।
इन्हें भारत सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार सहित देश विदेश की अनेकों संस्थाओं द्वारा सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया है। इसमें अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ पुरस्कार (मऊ,आजमगढ़), शकुंतला सिरोठिया बाल साहित्य पुरस्कार (इलाहाबाद), सूचना प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार का सम्मान,मोहन राकेश नाटक पुरस्कार,बाल साहित्य सम्मान (उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ),भारतेंदु हरिश्चंद्र सम्मान (हिंदुस्तानी एकेडमी, प्रयागराज), हिंदी अकादमी,मुंबई का शिक्षारत्न सम्मान, अखिल भारतीय साहित्य परिषद, अखिल भारतीय हिंदी महासभा, विश्व हिंदी महासभा, नईदिल्ली, राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, विधान सभा, लखनऊ का पराग पुरस्कार आदि मुख्य हैं। सन 2001 में अमेरिकन बायोग्राफिकल इंस्टीट्यूट ने इन्हें अपने रिसर्च बोर्ड का सलाहकार बनाया था जहां इन्होंने कई बरसों तक सराहनीय कार्य किया।
प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी चर्चित कवि गुरुदीन वर्मा आजाद जी ने कहा कि डॉ०विजयानन्द जी के सलाहकार मंडल में शामिल होने पर हिंदी सभा को नई ऊर्जा मिलेगी।

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