साइबर ठगी – ई-चालान बना हथियार

तुम डाल डाल हम पात पात की कहावत चरितार्थ करने में साइबर ठग जी जान से जुड़े हुए हैं। आज साइबर अपराधी साइबर क्राइम करने के लिए नए-नए तरीकों को अपना कर अपनी गोटी लाल कर रहे हैं। साइबर ठगी का ताजा तरीन ई-चालान से जुड़ा हुआ है। उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति लखनऊ ने लोगों को जागरूक करने के लिए “रहें जागरूक – बने भयमुक्त ” कार्यक्रम के अन्तर्गत जागरूकता अभियान चला रखा है। आम जनता को जागरूक करने के लिए समिति के प्रान्तीय सह सचिव मयंक कुमार सिंह तथा मंडल सचिव वाराणसी पं.प्रकाश मिश्र ने गाजीपुर जिले के मनिहारी क्षेत्र के छपरी में सम्पन्न कार्यक्रम में कहा कि अगर आपके मोबाइल फोन पर भी ट्रैफिक रूल ब्रेक करने को लेकर फाइन जमा करने संबंधित कोई मैसेज आये तो आप फौरन सावधान हो जाएं। कहीं ऐसा न हो कि रूल ब्रेक का फाइन भरने के चक्कर में आप मैसेज में आए लिंक ओपन करें और इधर आपका अकाउंट खाली हो जाए।
जी हां, इन दिनों साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने का नया फार्मूला तैयार किया है। ई-चालान साइबर अपराधियों का एक नया हथियार बना हुआ है।
फर्जी लिंक बनाकर ये ठग मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से लिंक भेजते हैं, जिसमें ट्रैफिक नियम तोड़ने जिक्र होता है। उसी आधार पर फाइन की राशि जमा करने को भी कहा जाता है और जुर्माना न भरने पर कानूनी कार्रवाई का हवाला भी दिया जाता है। आम जन इसमें आसानी से फंस जाते हैं और फाइन जमा करने के लिए लिंक भी ओपन करने लगते हैं। ई-चालान मैसेज किसी मोबाइल नंबर से नही भेजा जाता है। एम परिवहन पर ई-चालान का मैसेज आने पर उसकी ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर चेक करें या चालान जमा करें। व्हाट्सएप फेसबुक मैसेज या अन्य किसी माध्यमों द्वारा आए किसी भी प्रकार के लिंक को ओपन न करें और किसी को भी अपना ओटीपी शेयर ना करें अपना एटीएम, आधार कार्ड या मोबाइल किसी विश्वास पात्र व्यक्ति को ही दें, जिस मोबाइल नंबर को आपने अपने बैंक अकाउंट,आधार कार्ड आदि अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर लिंक किया हुआ है उस नंबर को हर जगह प्रयोग ना करें और उसका ओटीपी कदापि किसी को न दें। कार्यक्रम का समापन करते हुए जोन सचिव डा.ए.के.राय ने सभी लोगों से जागरूक रहने का आह्वान करते हुए कहा कि किसी भी लिंक पर अचानक विश्वास न करें और उसके बारे में पहले पूरी जानकारी अवश्य कर लें।

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