रिश्वतखोरी में निलम्बित हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी रमेश श्रीवास्तव और उनके सहयोगी दो शिक्षक

गाजीपुर। सेवानिवृत्त के कगार पर पहुंची अध्यापिका से पचास हजार रुपये की रिश्वत मांगने के मामले को संज्ञान में लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दो अध्यापकों को पैसा मांगने को लेकर वायरल ऑडियो का संज्ञान लेते हुए दोनो अध्यापकों को निलंबित कर दिया।
उल्लेखनीय है कि यह मामला करन्डा विकास खंड के सोकनी कम्पोजिट विद्यालय की शिक्षिका ललिता देवी के 31 मार्च 2022 को रिटायरमेंट से संबंधित है। शिक्षिका का आरोप है कि खंड शिक्षा अधिकारी ने रिकार्ड सही करने के एवज में 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस मामले में अध्यापक राजेश सिंह फोन करके पैसा देने हेतु दबाव बना रहे थे। बताया गया कि शिक्षिका के बेटे ने ऑडियो वीडियो बना लिया।
बताया गया कि प्राथमिक विद्यालय बड़सरा के अध्यापक राजेश सिंह का करन्डा के खंड शिक्षा अधिकारी रमेश श्रीवास्तव का नाम लेकर लेन-देन की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था। जिसका संज्ञान लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी सहित शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगी थी।
अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि करन्डा ब्लॉक के शिक्षकों ने सामूहिक रुप से शिकायत पत्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को देकर खंड शिक्षा अधिकारी रमेश श्रीवास्तव पर आरोप लगाया कि विद्यालय निरीक्षण के दौरान कम्पोजिट ग्रांट का 10 प्रतिशत रिश्वत की मांग की जाती है। सूत्र बताते हैं कि खंड शिक्षा अधिकारी रमेश श्रीवास्तव और उनकी रिश्वतखोर टीम में कई शिक्षक शिक्षिका के नाम जल्द ही उजागर होंगे। शासन द्वारा विद्यालय पर भेजे गए कम्पोजिट ग्रांट मे मनोज सिंह का भी रिश्वत के रूप में पैसे मांगने का ऑडियो वायरल हो गया। बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने मीडिया को बताया कि खण्ड शिक्षा अधिकारी करण्डा रमेश श्रीवास्तव, अध्यापक राजेश सिंह और मनोज सिंह को निलंबित कर दिया गया है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

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