मानवीय संवेदना ही मानवता की धरोहर , युवा सोच से बदल रही है गांव की तस्वीर

गाज़ीपुर। जखनियां तहसील और विकास खंड के खड़ौरा गांव के युवक अजय कुमार पांडेय की युवा सोच और जोश की चर्चा लोगों की जुबान पर है।
    यह युवा मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए, धर्म गत, जातिगत, दलगत भावना से हटकर सामाजिक समरसता और भाईचारे का वातावरण बनाने में अपने को समर्पित करने में जूटा हुआ है। 
     ग्रामवासियों को, श्रेष्ठ जनों का सादर सम्मान करने, आपसी भाईचारे की मिशाल कायम करने, आपसी विवाद में दोनों पक्षों के बीच बढ़ते तनाव को कम करने की सिफारिश और विकास को गति देने की सोच की वकालत कर लोगों को एक जूट कर राष्ट्रीयता के प्रति समर्पण करने की प्रेरणा देने में लगे हैं। वे अपने दम पर गांव के युवाओं को अच्छी राहों पर चलने के साथ साथ सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षिक,सास्कृतिक व खेल कूद से लेकर सम्मान जनक मुकाम हासिल करने वाले को प्रेरित करने वाले अजय के जोश और अच्छी सोच को दाद देते हुए चर्चित कवि और गीतकार गौरीशंकर पाण्डेय सरस कहते हैं की प्रायः खुशमिजाज और सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले अजय का कोई जबाव नहीं है। वह गांव के गरीब से लेकर अमीर व्यक्ति तक की हर संभव मदद करने वाला युवक हैं। उसके समाज सेवा का तो कोई जबाव नहीं है। गांव के बहत्तर वर्षीय पं०चन्द्रकुमार पाण्डेय का कहना है कि अगर हमारा गांव अजय की सोच के अनुसार चलने का प्रयास करे तो गांव अपने समग्र विकास के शिखर तक पहुंचने में कामयाब होगा।
    गौर तलब है कि अजय गांव के किसान श्यामा चरण पाण्डेय के पुत्र हैं। एम.एससी.,बी.एड. की शिक्षा लेने के बावजूद वे औद्योगिक क्षेत्र मऊ में अपना स्वयं का व्यवसाय स्थापित कर अन्य लोगों को भी स्वरोजगार अपनाने की सलाह देते हैं। विद्यार्थी जीवन से ही उन्हें समाज सेवा की जो ललक लगी, वह समय के साथ और भी बढ़ती गयी। उनके प्रयासों से गांव के लोग चहुंमुखी विकास का सपना देखने लगे हैं और विश्वास से कहते हैं कि वह दिन दूर नहीं जब गांव अन्य गावों के लिए मिशाल बनेगा।

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