श्रम और सेवा मार्ग के प्रणेता थे स्वामी सहजानन्द- प्रो. वी के राय

गाजीपुर। आज के छात्र-छात्रायें ही कल के सुनहरे भारत के भाग्यविधाता हैं। परिश्रम और लगन से अपने कर्तव्य मार्ग पर चले’, सफ़लता आप के कदम चूमेगी।.
   उक्त वक्तवय स्वामी सहजानन्द पीजी कालेज के पूर्व प्रबंधक कवीन्द्र नाथ शर्मा ने आज महाविद्यालय परिसर में स्वामी सहजानन्द सरस्वती के मंदिर की श्रमदान कर साफ-सफाई अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा। महाविद्यालय के एनसीसी यूनिट के कैडेट्स ने परिसर स्थित स्वामी जी के मंदिर का जीर्णोद्धार करने का वीणा उठाया है। एनसीसी अधिकारी डॉ विलोक सिंह ने कैडेट्स को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि एन सी सी कैडेट्स को राष्ट्र के पुनर्निर्माण तथा सुरक्षा की प्रक्रिया से सीधे जोड़ती है।
   महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. वी के राय ने इस अवसर पर स्वयं ब्रश से मंदिर की दीवारों पर पेंटिंग का शुभारंभ किया तथा उपस्थित शिक्षकों व एन सीसी कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी सहजानन्द जी श्रम तथा सेवा के मार्ग के स्वयं अनुयायी थे। हम सभी को उनके आदर्शों का मनोयोग पूर्वक अनुशीलन तथा दैनिक एवं सार्वजनिक जीवन में उन्हें चरितार्थ करने का प्रयास करना चाहिये। प्रो. राय ने इस श्रमदान कार्य के लिए छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि महाविद्यालय के स्वर्णजयंती वर्ष में छात्रों का स्वतः स्फूर्त योगदान  प्रशंसनीय व अनुकरणीय है।
     ज्ञातव्य है कि 1972 में स्थापित स्वामी सहजानन्द पीजी कालेज अपना स्वर्ण-जयंती वर्ष मना रहा है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ रामनगीना यादव, डॉ सतीश राय, डॉ विशाल सिंह, डॉ अभय मालवीय, डॉ विभा राय, डॉ शिल्पी सिंह के साथ ही अवंतिका सिंह, श्वेता यादव, नेहा प्रजापति, रागिनी सिंह, राजू चौधरी, विजेंद्र यादव, रामानंद यादव, त्रिभुवन यादव आदि उपस्थित रहे।

Views: 48

Leave a Reply