हास्य कवि सम्मेलन व सम्मान समारोह के मध्य हुआ “चांद में भी दाग है”काव्य संग्रह का विमोचन

” इस तरह ताव खाने से क्या फायदा, हाय तौबा मचाने से क्या फायदा। जिसकी पैदाइशी पूंछ कुत्ते सी हो, तेल कितनो लगाने सेे क्या फायदा।”

गाजीपुर। हास्य व्यंग्य कवि सम्मेलन तथा “चांद में भी दाग है”काव्य संग्रह का विमोचन दिलदारनगर क्षेत्र के नगसर हाल्ट के ग्राम सभा अंवती स्थित हृषिकेश इंटर कॉलेज परिसर में फजीहत गहमरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
    समारोह में युवा कवि दिलीप कुमार चौहान द्वारा रचित काव्य संग्रह” चांद में भी दाग है”का लोकार्पण हिंदी साहित्य के प्रदेश मंत्री कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक के संयोजकत्व व कुशल संचालन में हुआ।
    आयोजन के मुख्य अतिथि बिहार सरकार के पूर्व प्रशासनिक अधिकारी शिवचंद सिंह के द्वारा  समाजसेवी मानवेन्द्र सिंह मानव, प्रकाश तिवारी पप्पू प्रधान ग्राम असावं, ग्राम प्रधान अंवति अनिल कुशवाहा द्वारा भोजपुरी लोक गायक कलाकार सत्येंद्र सिंह यादव रिंकू,कवि रमेश यादव मौन, कवि कृष्णानंद दूबे गोपाल,कवि हेमंत उपाध्याय, कवि फजीहत गहमरी, फायर बनारसी को “गाजीपुर दर्पण सम्मान 2021” से नवाजा गया।
  समारोह के दूसरे दौर में, हास्य व्यंग्य से सजी महफिल में काशी के प्रख्यात समाजसेवी श्रीप्रकाश श्रीवास्तव गणेश, बिजनौर के कवि जयप्रकाश वार्ष्णेय,समाजिक संस्था पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा के राष्ट्रीय संगठन प्रमुख एडवोकेट पवन कुमार सिंह आदि की उपस्थिति में, जिले के मशहूर हास्य कवि फजीहत गहमरी ने पड़ोसी मुल्क की तरफ इशारा करते हुए अपनी हास्य रचना-” इस तरह ताव खाने से क्या फायदा, हाय तौबा मचाने से क्या फायदा। जिसकी पैदाइशी पूंछ कुत्ते सी हो, तेल कितनो लगाने सेे क्या फायदा।” सुना कर श्रोताओं को लोट पोट कर दिया। अन्य कवियों ने भी अपनी चुभती रचनाओं की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को कभी गुदगुदाया तो कभी ठहाके लगाने पर मजबूर कर दिया।
   समारोह के अन्त में सभी आगंतुकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय प्रबंधक गुड्डू मिश्रा ने किया।

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