खलबली ! माफिया और डान हुए परेशान @ अवैध भवनों पर चला बुलडोजर
प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार गुंडों, माफियाओं और अवैध कब्जेदारों के विरुद्ध कमर कसकर खड़ी है। सरकार किसी भी कीमत पर अपराधियों को छूट देने के मुड में नहीं है। हवा का रुख भांप कर विभागीय अधिकारी भी सख्त हो कारर्वाई में जूट गये हैं। बाहुबली माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी और उनके गुर्गों के गाजीपुर,मऊ,लखनऊ सहित विभिन्न ठिकानों पर की गयी प्रशासनिक कार्यवाही लगातार जारी है। प्रशासनिक कार्यवाही के चलते उनमें हड़कंप मचा हुआ है। अनेकों भूमिगत हैं ताकि प्रशासन के लपेटे से बचे रहें।
इसी बीच प्रयागराज में भी खलबली मच गयी जब माफ़िया अतीक अहमद के खिलाफ कार्यवाही का सिलसिला शुरू हुआ। माफिया अतीक अहमद और उनके सम्बन्धियों अकूत सम्पत्ति पर पर नजर पड़ते ही प्रशासन की भृकुटी तन गयी। फिर क्या था,उनके अवैध निर्माण पर शुरू हो गई ध्वस्तीकरण की कार्यवाही। अपराधियों का अपराधिक किला अब रेत के महल की तरह चकनाचूर होने लग गया है।
प्रयागराज में कारर्वाई इतने पर भी रुकी नहीं बल्कि प्रशासान ने अपनी निगाह अतीक के गुर्गों और शूटरों पर टिका दी। गुर्गों द्वारा अवैध ढंग से अर्जित जमीन और उन पर बने अवैध मकान प्रशासन की नजर से नहीं बच सके और अन्ततः उन्हें भी ध्वस्त होना पड़ा।
इसका उदाहरण आज प्रयागराज में अतीक अहमद के गुर्गे भुट्टो के अवैध लॉज पर दिखा। लॉज अपराधिक गतिविधियों के दम पर कछार की अवैध भूमि बनाया था। उसे प्रशासन ने बुल्डोजर लगाकर गिरा दिया।
इसके साथ ही, कभी अतीक के शूटर रहे सहोदर भाई कम्मू और जाबिर के मकान के ध्वस्तीकरण का भी शुभारंभ हो गया। पहले इन्होंने कम्मू और जाबिर पर अपने आका अतीक के इशारे पर सुपारी लेकर हत्याएं करने सहित कई आरोप हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, करीब तीन वर्ष पहले दोनों भाईयों की की अतीक अहमद से अनबन हो गई थी। उसी दौरान सपा सरकार में अतीक ने अपने प्रभाव के चलते दोनों भाइयों पर हत्या का आरोप लगवा दिया था। सरकार बदलने के बाद जब फिर से जांच हुई तो पर जांच हुई तो उस हत्याकांड में अतीक और उसके खास गुर्गे आबिद का नाम प्रकाश में आया था। उसी मामले में जाबिर जेल में है। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश में गिरोहबंद अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के तहद आज रविवार को 27 करोड़ रुपये से ज्यादा की चल अचल संपत्ति ध्वस्त व ज़ब्त की गई। बताया गया कि मुजफ्फरनगर पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर इमलाक जो वर्ष 2008 से संगठित गिरोह बनाकर लगातार संगीन घटनाओं को अंजाम दे रहा था,की 25 करोड़ रुपये मूल्य की चल अचल संपत्ति ज़ब्त कर ली। इमलाक की 118 बीघा जमीन, 842 गज का एक प्लॉट और चार इमारतें ज़ब्त की गई हैं।इमलाक के खिलाफ मुजफ्फरनगर जिले में गैंगस्टर एक्ट, क्रिमिनल लॉ एक्ट, हत्या का प्रयास, धोखाधड़ी और जालसाजी जैसे संगीन अपराधों में लगभग आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। इसी क्रम में गैंगस्टर एक्ट के तहत एक अन्य कार्रवाई में अंबेडकर नगर जिले के अपराधी खान मुबारक के करीब एक करोड रुपए मुल्य का दो मंजिला मकान गिरा दिया गया। खान मुबारक पर राज्य के विभिन्न जिलों में 35 मुकदमे दर्ज हैं। इससे पहले 22 सितंबर को भी जिला प्रशासन ने उसकी एक करोड़ 40 लाख रुपए मूल्य की लगभग 20 दुकानें ध्वस्त की थीं। उधर, बागपत से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी और माफिया सरगना मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या करने के आरोपी सुनील राठी की एक करोड़ 20 लाख रुपए मूल्य की अवैध संपत्ति रविवार को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क कर ली गई।पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि दोघट थाना क्षेत्र के टीकरी गांव में कुख्यात माफिया सरगना सुनील राठी की एक करोड़ 20 लाख रुपये की अवैध संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के अन्तर्गत कुर्क किया गया है। उसके कुल तीन मकान और एक लग्जरी कार कुर्क की गई है। कुख्यात सुनील राठी के खिलाफ उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश में हत्या, लूट, डकैती और रंगदारी वसूली के 41 मुकदमे दर्ज हैं। तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात सुनील राठी बागपत जेल में पूर्वांचल के डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या का भी आरोपी है। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने लखनऊ में संवाददाताओं को बताया कि गैंगस्टर एक्ट के तहत पिछले हफ्ते तक 757 मामलों में की गई कार्रवाई के अंतर्गत 351 करोड़ 69 लाख रुपये से ज्यादा की अवैध संपत्ति कुर्क की गई है।उन्होंने बताया कि गैंगस्टर एक्ट के तहत लगभग 3160 गैंग चार्ट जिलाधिकारियों द्वारा अनुमोदित किए गए हैं। इसके अलावा 1405 मामलों में आरोपपत्र अदालतों में भेजे गए हैं। अदालत द्वारा 463 मामले सुनवाई के लिए स्वीकृत किए गए हैं।
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