बुजुर्गों की सेवा सदैव  होती है हितकारी

गाजीपुर। वैश्विक महामारी से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का संपूर्ण पालन करना अति आवश्यक है। महामारी से बचाव के लिए मास्क व सामाजिक दूरी के साथ ही साथ साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें और अति आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकले।
उक्त बातें प्रसिद्ध सिद्धपीठ हथियाराम मठ के पीठाधीश्वर पवहारी महामंडलेश्वर स्वामी भवानी नंदन यति जी महाराज ने कही। विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी परिसर में आयोजित चतुर्मास का अनुष्ठान वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि-विधान से पूर्ण हो रहा है। वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए श्रद्धालुओं और दर्शनार्थियों को इस आयोजन से दूर रखा गया है।
उन्होंने कहा कि यह जीवन नश्वर है और परमात्मा की शरण में ही सुख शांति मिलती है। शुद्ध अंतः करण में सब कुछ देखा जा सकता है। बुजुर्गों की सेवा व सहयोग को उन्होंने आज की आवश्यकता बताते हुए कहा कि परिवार के बुजुर्ग दर्पण होते हैं। उन के सानिध्य में रहकर उनसे काफी कुछ सीखने को मिलता है। जिस परिवार में इनको सम्मान मिलता है, वह परिवार समृद्धि और वैभव आती है तथा वह विकास की तरफ अग्रसर रहता है। बुजुर्गों को भोजन, वस्त्र, मान सम्मान तथा दया की आवश्यकता होती है। उनको सम्मानित करनेवालो पर उनका आशीर्वाद सदा बना रहता है। बुजुर्गों का आशीर्वाद कभी निरर्थक नहीं जाता है। इसलिए उनका आशीर्वाद पाने के लिए उनको सदैव प्रसन्न रखें। उनके आशीर्वाद से अनेकों कष्ट दूर होंगें और लोगों में मानवता की भावना जागृत होगी।

रिपोर्ट – राधेश्याम जायसवाल

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