आतंकी हमले में शहीद जवान अश्विनी कुमार यादव पंचतत्व में  विलीन

गाजीपुर, 06मई 2020। जम्मू कश्मीर में आतंकियों के हमले में शहीद सीआरपीएफ जवान अश्विनी कुमार यादव का पार्थिव शरीर का आज शहर के रजागंज स्थित श्मशान घाट पर सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हेतु लाया गया।जहाँ पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। शहीद जवान को मुखाग्नि शहीद के छोटे भाई मुलायम यादव ने दिया। उसके पूर्व सीआरपीएफ के आईजी सुभाष चंद्रा व डीआईजी दर्शन लाल ने सलामी दी।
उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर में आतंकियों के हमले में शहीद सीआरपीएफ जवान अश्विनी कुमार यादव का शव आज दोपहर ग्यारह बजे सशस्त्र जवानों की टुकड़ी के साथ उनके पैत्रिक निवास नोनहरा थाना क्षेत्र के चकदाऊद उर्फ बभनौली गांव पहुंचा। परिवार के करुणक्रंदन से उपस्थित सभी लोगों की आखें नम रहीं। हजारों की संख्या में मौजूद लोगों के मध्य, शव के साथ जवानों ने उनके ताबूत को निर्धारित मंच पर रखा जहां फोर्स के अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर अपने जांबाज जवान को सलामी दी। शहीद जवान अश्वनी के पार्थिव शरीर पर उनकी पत्नी अंशु ने ताली बजाकर तो मासुम बिटिया आयशा ने अपने पिता के पार्थिव शरीर को सैल्यूट कर उनकी शहादत को नमन किया

ताली बजाकर पति की शहादत को नमन करने के बाद अंशु का धैर्य जबाब दे गया और वह फफक कर रो पड़ी। इसके उपरांत जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य, पुलिस अधीक्षक डा.ओमप्रकाश सिंह, एसपी ग्रामीण चंद्र प्रकाश शुक्ला, राजेश सिंह सहित अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। वहां मौजूद भाजपा जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह,क्षेत्रीय उपाध्यक्ष कृष्ण बिहारी राय,पूर्व महामंत्री रामनरेश कुशवाहा, जिला महामंत्री प्रवीण कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष अच्छेलाल गुप्ता, जिला मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा ने पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसी क्रम में सपा विधायक डॉ वीरेंद्र यादव, सपा जिला अध्यक्ष रामधारी यादव, पूर्व मंत्री सुधीर यादव, डॉ सानन्द सिंह, नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, पूर्व विधायक राजेंद्र यादव, रासबिहारी राय, अनिल वर्मा, विनोद कुशवाहा, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सुनील राम आदि लोगों सहित ग्रामवासियों,परिजनों व उपस्थित लोगों ने वीर जवान की शहादत को नमन करते हुए नम आखों से श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं फोर्स की सशस्त्र टुकड़ी द्वारा मातमी धुन बजाकर सलामी दी गयी।

इस बीच जिलधिकारी ओमप्रकाश आर्य ने प्रदेश सरकार की ओर से मुख्यमंत्री द्वारा प्रेषित संवेदना संदेश के साथ उप्र सरकार की ओर से शहीद परिवार को आर्थिक सहायता का चेक प्रदान किया।

उन्होंने कहा कि शहीद परिवार के लिए पचास लाख रुपए की सहायता है। इसमें चालीस लाख रुपये उनकी पत्नी तथा दस लाख रुपये उनकी मां को मिलेगा।शहीद परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जायेगी तथा इस गांव की सड़क का नाम शहीद के नाम पर किया जायेगा। देखें वीडियो…..

बताते चलें कि ऐतिहासिक विरासत संजोए गाजीपुर की वीर शहीदों की बसुन्धरा ने देशहित को सदा तजब्बो दी है। गाजीपुर की शहीदी धरा से देश के प्रति समर्पित होने वालों रणबांकुरों की लम्बी फेहरिस्त है। आज़ादी के पूर्व या आजादी के बाद भी देश की भारतीय सेना तथा अर्द्ध सैनिक बलों में अदम्य साहस से शहीद रणबांकुरों की एक लम्बी श्रृंखला है। सेना तथा सुरक्षा बलों में शामिल होने का हौसला इस धरती के जर्रे जर्रे में विद्यमान है। वीरता और पराक्रम का कभी भी कोई अवसर न चुके इसके लिए यहां की मिट्टी फौलाद पैदा करती है। जिसका प्रमाण देश रक्षा के प्रति कोई भी रणभूमि रही हो, गाजीपुर ने देश का मस्तक सदैव ऊंचा रखते हुए रक्त तिलक लगाया है। यहां की माताओं ने जहां अपने कलेजे के टुकड़े को खोया है,वहीं पिता ने नम आंखों से अपने कलेजे के टुकड़े की चिता जलाई है। जहां पत्नी वीरांगना बन अपने माथे को धोया तो वहीं बहनों और भाइयों ने अपने उम्मीद के आंसुओ को पीया है। इसी गौरवशाली माटी के रक्त तिलकधारी शहीदों की श्रेणी में एक और सितारा आ जूड़ा।
मां गंगा के पवित्र जल से पोषित गाजीपुर की वीर बसुन्धरा का एक लाल सोमवार की शाम जम्मू कश्मीर के क्रालगुंद क्षेत्र के वंगाम- कजियाबाद में आतंकी हमले में शहीद हो गया। सीआरपीएफ जवान शहीद अश्विनी कुमार यादव उर्फ सोनू यादव जिले के नोनहरा थाना क्षेत्र के चकदाऊद उर्फ बभनौली गांव के स्व.राम सिंह यादव के पुत्र थे।
अश्विनी कुमार यादव उर्फ सोनू यादव ने 5 जुलाई सन् 1988 को माता श्रीमती लालमुनि देवी तथा पिता श्रीराम सिंह यादव के पुत्र के रुप में जन्म लिया था। वे अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। वे वर्ष 2005 में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में भर्ती हुए थे। वे सोमवार 4 मई 2020 की शाम देश की सुरक्षा को तत्पर जम्मू-कश्मीर राज्य के श्रीनगर के हंदवाड़ा के काजियाबाद सेक्टर में अपनी पेट्रोलिंग पार्टी के साथ सर्च ऑपरेशन के लिए निकले थे। उसी दौरान आतंकवादियों ने गश्ती दल पर अचानक हमला कर दिया। जिसमें अश्विनी अपने दो साथियों संग शहीद हो गये। शहीद के परिवार में बुढ़ी मां लालमुनी देवी,दो भाई अंजनी और अमन,पत्नी अंशु देवी तथा बेटी आईशा 6 वर्ष और बेटे आदित्य 4 वर्ष हैं।
अपने वीर लाल की शहादत पर समूचे गाजीपुर की जनता ने गर्व के साथ अपने कलेजे के टुकड़े को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की है………

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