उद्घाटन ! अन्तर्राष्ट्रीय न्यायायिक बैठक में का प्रधानमंत्री ने किया

नई दिल्ली, 22 फरवरी 2020। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज इंटरनेशनल ज्यूडिशियल कॉन्फ्रेंस 2020 का उद्घाटन किया। शीर्ष अदालत में चल रहे इंटरनेशनल ज्यूडिशियल कॉन्फ्रेंस में पीएम ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन सत्य और सेवा को समर्पित रहा जो किसी भी न्यायतंत्र की नींव माने जाते हैं।हर भारतीय की न्याय पालिका पर बहुत आस्था है। हाल में कुछ ऐसे बड़े फैसले आए हैं, जिनको लेकर पूरी दुनिया में आशंका थी।आशंकाओं के बीच न्यायपालिका द्वारा दिए गए फैसलों को देशवासियों ने पूरी सहमति के साथ स्वीकार किया। तमाम चुनौतियों के बीच कई बार देश के लिए संविधान के तीनों स्तम्भों ने उचित रास्ता ढूंढा है। हमें गर्व है कि भारत में इस तरह की एक समृद्ध परंपरा विकसित हुई है। बीते 5 वर्षों में भारत की अलग-अलग संस्थाओं ने, इस परंपरा को और सशक्त किया है।
इससे पहले कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उच्चतम न्यायालय में अंतरराष्ट्रीय न्यायिक सम्मेलन में कहा, आतंकवादी और भ्रष्ट लोगों का निजता का कोई अधिकार नहीं। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि शासन की जिम्मेदारी निर्वाचित प्रतिनिधियों पर छोड़ देनी चाहिये,जबकि न्याय देने का काम जजों का होना चाहिए।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने स्वामी विवेकानंद के विचारों के मुताबिक स्वतंत्रता और कर्तव्यों की अनिवार्यता के बीच तालमेल का पूरा ध्यान रखा। सभी लोग अपने कर्तव्य को निष्ठा और ईमानदारी से पालन करेंगे तो देश सुचारू रूप से चलेगा।

Visits: 29

Leave a Reply