“वसंतोत्सव २०२०”! पूर्वांचल मानस मंडल के तत्वाधान में हिंदी साहित्य अधिवेशन व सम्मान समारोह संपन्न

मुम्बई, 31जनवरी 2020।वसंत पंचमी के अवसर पर पूर्वांचल मानस मंडल के तत्वाधान में शब्द साधक सम्मेलन “वसंतोत्सव २०२०” का आयोजन मारवाडी पंचायत वाडी, मुंबई में किया गया, जिसमें वरिष्ठ साहित्यकार डाँ. सुधाकर मिश्र जी को उनके साहित्य समर्पित जीवन के लिए “साहित्य साधना सम्मान २०२०” से सम्मानित किया गया। महानगर के वरिष्ठ साहित्यकार भुवनेंद्र सिंह बिस्ट जी को  “साहित्य साधना सम्मान २०२०” से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही महानगर में अनवरत साहित्य सेवा में उल्लेखनीय कार्य करने वाले “काव्यकुंज साहित्यिक संस्था” को “साहित्य सेवा सम्मान २०२०” से सम्मानित किया गया।
          साहित्य अधिवेशन का प्रारंभ मुख्य अतिथि श्रीमती मंजुबेन लोढ़ा ( समाज सेविका व साहित्यकार)  द्वारा दीप प्रज्वलन से किया गया। सरस्वती वंदना राजेश “अल्हड़ असरदार” ने की। प्रथम सत्र की अध्यक्षता उमेश शुक्ल “विदेह” ने तथा संचालन संजय द्विवेदी ने किया। विदेह जी ने महाप्राण निराला जी के जन्मदिन के उपलक्ष में उनके जीवनी पर प्रकाश डाला व उनके साथ के संसमरणों को साझा किया। विशिष्ठ  अतिथि के रुप में  रमेश श्रीवास्तव व आर. पी. सिंह “रघुवंशी” मंच पर उपस्थित रहें।
      द्वितीय सत्र का आरम्भ डाँ. सुधाकर मिश्र की अध्यक्षता में किया गया। अतिथियों में वरिष्ठ साहित्यकार श्री सागर त्रिपाठी, श्री कमलेश पांडे “तरूण”व सुरेश मिश्रा रहे।  संचालन उमेश मिश्रा ने किया। त्रितीय सत्र की अध्यक्षता लक्ष्मण दुबे तथा संचालन सुरेश मिश्रा ने किया। अतिथियों में सागर त्रिपाठी, एस. के. शर्मा ( उप महाप्रबंधक राजभाषा प. रे.),अशोक कुमार लोंढ़े ( वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी प. रे.) व हौशिला प्रसाद “अन्वेषी” रहे।
           प्रतिभागी साहित्यकारों द्वारा प्रस्तुत रचनाओं में से श्रेष्ठ रचनाओं का चुनाव कर उन्हें सम्मानित किया गया। चयनित श्रेष्ठ रचनाओं के रचनाकार अमित दुबे, निखिल पांडे, कल्पेश यादव, नताशा गोस्वामी, प्रभा मजुमदार, लालबहादुर यादव “कमल”, सुमन तिवारी, प्रज्ञा राय, संजय द्विवेदी, उमेश मिश्रा, अनिल कुमार “राही”, मृदुल तिवारी “महक” व अल्हड़ असरदार रहे।
        इस अवसर पर पुस्तक प्रदर्शनी का भी आयोजन था, जिसमें मुख्य आकर्षण था, दिल्ली से आए हुए सुधीर सिंह “सुधाकर” का स्टाँल। इस स्टाँल में मंज़िल ग्रुप साहित्यिक मंच से संबंधित अनेकों साहित्यकारों की पुस्तकें उपलब्ध थी। मुंबई के साहित्यकारों के लिए यह अनोखा प्रयोग था। वसंतोत्सव २०२० में मुंबई, दिल्ली व उत्तर प्रदेश से लगभग ५० नवोदित कवियों,  दर्जन भर वरिष्ठ कवियों व अतिथियों ने भाग लिया तथा वसंत के रंग में अपने अपने भावों के विविध रंग भरते दिखे। शेर ओ शायरी से लेकर छंदबद्ध व छंद मुक्त विविध प्रकार के तथा विविध विषयों पर रचनाऐं प्रस्तुत किए गए। वरिष्ठों ने नवोदितों को उनकी छोटी छोटी गलतियों से अवगत भी कराया।
         आयोजन में मुंबई महानगर व उपनगरों की अन्य साहित्यिक संस्थानों ने महत्वपूर्ण सहयोग किया। काव्य सृजन साहित्यिक, सामाजिक व सांसकृतिक संस्था, उज्जवल भारत सेवा संस्था, भारतीय साहित्य सेवा परिषद, भारतीय जन भाषा प्रचार समिति, संगीत साहित्य मंच, हृदयांगन साहित्यिक संस्था, हस्ताक्षरम् साहित्यिक संस्था तथा सुधा साहित्यिक सामाजिक संस्था इन सभी ने आयोजन में महनिय भूमिका निभाई। पूर्वांचल मानस मंडल के मंत्री राजेश दुबे ने सभी संस्थानों के अध्यक्षों अतिथियों, प्रतिभागियों व सहभागीयों का आभार प्रदर्शित करते हुए भविष्य में भीे महानगर में इस प्रकार के आयोजन हेतु सभी का आह्वान किया।

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