आमद ! गिरते तापमान के बीच प्रवासी पक्षियों ने दी दस्तक

गोरखपुर,20 दिसम्बर 2019। तापमान गिरने के साथ ही गोरखपुर के रामगढ़ झील में प्रवासी पक्षियों की आना शुरू हो गया है। तापमान कम होने के साथ ही उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा कुछ और प्रजातियों के प्रवासी पक्षियों के आने की भी उम्मीद बलवती है। हिमालय के उपरी हिस्सों में सर्दियों में पानी बर्फ में तब्दील हो जाता है,उस दौरान भोजन की तलाश और प्रजनन के लिए प्रवासी पक्षी मैदानी भागों का रुख करते हैं। रामगढ़ झील पहुंचने वाले पक्षियों में इरान से रिवर टर्न और यूरोप से ब्लैक विंग स्टिल्ट और अफ्रीका ग्रे हैरोन भी झील में नजर आने लगे हैं। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर चंदन प्रतीक के अनुसार, इन पक्षियों की आमद पिछले कुछ वर्षों से बिलम्ब से हो रही है। इसका कारण धरती का बढ़ता तापमान तो हाल के वर्षो में रामगढ़ झील के आसपास के क्षेत्र में वाहनों का बढ़ता शोर और नवनिर्माण है। शोर और मानव हस्तक्षेप के कारण भी यहां पक्षियों की संख्या में कमी आई है। लोगों का कहना है कि रामगढ़ झील के संरक्षण को लेकर सरकार ने संवेदशीलता दिखाई है। ताल में एसटीपी से ट्रीट कर पानी डाला जा रहा है जिससे प्रदूषण कम हुआ है। इसके अलावा वहां लगाए गए फब्बारों से भी प्रदूषण में कमी आई है।
आने वाले प्रवासी पक्षियों में लेसर विसलिंग डक बड़े समूह में रहने वाला पक्षी है जो हिमालय के उपरी भाग और दक्षिण पूर्व एशिया से आते हैं। व्हिसिल की आवाज निकालने के कारण इन्हें विसलिंग डक कहा जाता है। रामगढ़ झील में सर्वाधिक संख्या इन्हीं की दिखती है। ये पक्षी तीन माह के प्रवास के दौरान यहां प्रजनन भी करते हैं।
दूसरा पक्षी कॉमन रेड शेंक यूरोप से आने वाले पक्षी हैं जो अबतक रामगढ़ झील में चार जोड़े ही दिखे हैं। दो से तीन माह तक रामगढ़ झील में रहने वाला यह पक्षी काफी तेज आवाज निकालता है। छीछले पानी में रहने वाला यह पक्षी झील में प्रवास के दौरान प्रजनन भी करते हैं।
लम्बी चोच और गुलाबी रंग की लम्बी टॉग वाले ब्लैक विंग स्टिल्ट पक्षी की झील में आमद हो गयी है। यूरोप से सफर कर गोरखपुर पहुंचने वाला यह आकर्षक पक्षी प्रजनन भी करता है। झील में ये 100 पक्षियों के झुंड में दिख रहे हैं।
इरान से आने वाला रिवर टर्न पक्षी 38 से 45 सेंटी मीटर लम्बा होता है। झील में यह पक्षी 20 की संख्या में दिख रहे हैं। छिछले पानी का यह पक्षी एक बार में दो से पांच अंड्डे देता है। दो से तीन माह तक झील में प्रवास के दौरान यह पक्षी प्रजनन करते हैं। सुरक्षा कारणों से यह झील के किनारे नहीं बल्कि बीच में उथली जगह पर रहना पसंद करते हैं।
ग्रे हैरोन नामक पक्षी एक मीटर लम्बाई के होते हैं। ये पक्षी यूरोप, एशिया और अफ्रीका से आते हैं। रामगढ़ झील में ये सिर्फ 3 जोड़े ही दिखे हैं। ये पक्षी मार्च के मध्य तक दिखते हैं। ये पक्षी झील में प्रजनन करने के साथ पानी में रहने वाले सांप को भोजन के रूप में पसंद करते हैं।
फिलहाल इन पक्षियों के आने से झील में नया नजारा देखने को मिल रहा है। रंगबिरंगे इन पक्षियों से झील का आकर्षण बढ़ गया है।

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