विज्ञान प्रदर्शनी में नौनिहालों के किया स्वनिर्मित संसाधनों का प्रदर्शन

गाजीपुर(उत्तर प्रदेश),28 फरवरी 2019। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर विद्या पब्लिक स्कूल सिखड़ी में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं ने अपनी सोच के अनुरूप वैज्ञानिकता का परिचय देते हुए
भिन्न भिन्न प्रकार के उपयोगी सामानों को बनाकर विज्ञान और तकनीकी के साथ अपनी सृजन क्षमता का प्रदर्शन किया। सामान्य घरेलू बेकार सामानों व इलेक्ट्रानिक उपकरणों का प्रयोग कर छात्र-छात्राओं द्वारा तैयार विभिन्न उपयोगी वस्तुओं की क्षमता का प्रदर्शन देखकर लोग वाह-वाह कह उठे। विद्यालय की कक्षा द्वितीय से लेकर कक्षा 9 तक के छात्र छात्राओं ने अपनी मेहनत व लग्नशीलता के आधार पर तैयार नये नये अविष्कारों ने सबका मन मोहा। दर्शकों ने नौनिहालों द्वारा निर्मित टॉर्च, छोटे पंखे, स्टीमर, इलेक्ट्रॉनिक बल्ब, रूम हीटर, वातावरणीय दाब प्रदर्शक, पोर्टेबल लाइट, रिमोट संचालित कार, वैक्युम क्लीनर, इलेक्ट्रानिक शार्पनर, जेसीबी, ज्वालामुखी से निकलते लावा तथा सोलर सिस्टम के सहयोग से संचालित लाइट,पंखा व म्यूजिक सिस्टम का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सबका मन मोह लिया। उनके द्वारा प्रदर्शित चार्टों में पृथ्वी के तह व सतह, विद्यालय भवन, शारीरिक अंगों को प्रदर्शन प्रमुख रहा। प्रदर्शनी में कक्षा नौ के छात्र रविकांत यादव,अशोक व सच्चिदानंद द्वारा प्रदर्शित सोलर व बैट्री से संचालित पोर्टेबिल सिस्टम को प्रथम, कक्षा के मनीष व हिमांशु द्वारा तैयार बैट्री से संचालित टार्च व पंखा को द्वितीय तथा कक्षा आठ की छात्राओं रमा, प्रियांशी व नेहा द्वारा ज्वालामुखी व उससे निकलते लावा के प्रदर्शन को तृतीय स्थान मिला। विद्यालय परिवार द्वारा प्रदर्शनी में अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीमों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि मनोज कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालयों में ऐसे आयोजनों से बच्चों में स्पर्धा की भावना और सिखने की कला का विकास होता है। उन्हें आगे बढ़ने की सीख मिलती है। अपनी चेतना व अनुसंधान के बल पर यही बच्चे आगे बढ़कर देश के विकास को नयी उर्जा प्रदान कर विश्व में देश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने बच्चों को लगन और मेहनत से जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

मुख्य वक्ता डा.ए.के.राय ने कहाकि हमारी भारत भूमि आदिकाल से ही वैज्ञानिक सोच और अनुसंधान की जननी रही है। देश में आर्यभट्ट, चरक, सुश्रुत, चंद्रशेखर वेंकट रमन जैसे अनेकों वैज्ञानिकों ने जन्म लिया। अपनी सोच, अनुसंधान और उपलब्धियों से इन वैज्ञानिकों ने पूरे विश्व में देश का नाम रोशन किया। उन्होंने 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाये जाने पर कहा कि यह दिन देश के महान वैज्ञानिक सीबी रमन की याद में मनाया जाता है,जिनकी खोज “रमन इफेक्ट” ने वैज्ञानिकों व अनुसंधानकर्ताओं को नयी दिशा दी। रमन इफेक्ट (प्रकाश के विवर्तन का पता) के लिए सर सीवी रमन को वर्ष 1930 में भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया,तो वहीं वर्ष 1954 में भारत का सबसे बड़ा सम्मान भारत रत्न दिया गया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का मुख्य उद्देश्य नये प्रयोगों व अनुसंधानों के प्रति लोगों को जागरूक करना व विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में नये प्रयोगों के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने प्रदर्शनी में सहभागिता निभाने वालों को अपने लक्ष्य के प्रति आगे बढ़ने तथा अन्य बच्चों से अपनी रुचि के अनुरूप नये प्रयोगों में भाग लेने की सीख दी। अतिथि हरिनाथ यादव ने बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना करते हुए उनसे मनोयोग के साथ शिक्षकों के सहयोग से जीवन में आगे बढ़कर क्षेत्र व विद्यालय का नाम रोशन करने का आह्वान किया। इस प्रदर्शनी को सम्पन्न कराने में श्रीमती निधी राय,मोहित श्रीवास्तव, कविता सिंह, एस.पाण्डेय, श्रुति पाण्डेय, वकील यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही। आभार ज्ञापन निदेशक आशीष ने किया।

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