नयी रचना! “क्या फिर से सतयुग आएगा”

मऊ (उत्तर प्रदेश)। जिले के रैनी निवासी युवा कवि “अशोक राय वत्स” ने अपनी रचनाओं से एक नयी पहचान बनाई है। इन्होंने अबतक कई मंचों को साझा किया है। इनकी अनेकों रचनाओं को विभिन्न पत्र पत्रिकाओं ने स्थान दिया है। प्रस्तुत है , समाज को झकझोरती हुई उनकी नवीनतम रचना –

क्या फिर से सतयुग आएगा ?

पूछ रहा है दिल मेरा मुझसे आज सवाल,
आखिर कब तक होंगे यों ही ये सब अत्याचार।

कब तक लुटती रहेगी बेटी, कब तक लूटेंगे हैवान?
आज हमारी रूह भी हमसे कर रही वही सवाल।
कब तक बेटे बेटी में तुम भेद यह मिटाओगे?
आखिर भारत की बेटी को उसका हक कब तुम लौटाओगे?
बातें होती हैं बड़ी बड़ी पर काम अधूरे रहते हैं,
बहनों का चीर हरण करनेवाले यहाँ चैन से कैसे सोते हैं?
कब मिलेगा न्याय उन बहनों को,जो घुट घुट करके जीती हैं?
कब झूलेगा वह फांसी पर जो कुटिल हँसी बस हँसता है?
आज मेरा अंतर मन भी बस प्रश्न यही है पूछ रहा?
कब लौटेगा वैभव बेटी का कब मन उसका हर्षाएगा?
बार बार यही प्रश्न आज सम्मुख मेरे बस आता है।
क्या फिर से सतयुग आएगा, क्या फिर से वैभव लौटेगा?
क्या फिर से सतयुग आएगा, क्या फिर से वैभव लौटेगा?

कवि – अशोक राय वत्स

 सम्पर्क सूत्र  ☎ 8619668341

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