नियुक्ति ! स्टाफ नर्सों ने किया स्वास्थ्य भवन पर प्रदर्शन

लखनऊ(उत्तर प्रदेश),19 दिसम्बर 2018। उत्तर प्रदेश लोकसेवाआयोग (यूपीपीएससी) की परीक्षा में सफल नर्सों ने अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर कल स्वास्थ्य भवन का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदेश के विभिन्न जिलों से आई चयनित नर्सों ने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों पर सौतेला रवैया अपनाने के आरोप लगाये। प्रदर्शनरत नर्सों ने आरोप लगाया कि इसी परीक्षा में उनके साथ ही उत्तीर्ण कुछ नर्सों को दो माह पूर्व ही नियुक्ति दे दी गयी तो फिर उत्तीर्ण ज्यादातर नर्सों को अभी तक नि्युक्ति क्यों नहीं दी गयी ? आज तक नियुक्ति न मिलने के कारण वे कार्यालय के चक्कर लगा रहीं हैं और जिम्मेदार विभागीय अधिकारी रोज नए नए बहाने बनाकर उन्हें टाल रहे हैं। प्रदर्शन कर रही अधिकांश नर्सों का कहना था कि चयन होने के बाद उन्होंने अन्य स्थानों पर कर रही नौकरी भी छोड़ दी थी। विभागीय उदासीनता के कारण अब वह नौकरी के लिए भटक रही हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
गौरतलब है कि स्टाफ नर्स (महिला) की यूपीपीएससी लिखित परीक्षा 17 दिसंबर 2017 को आयोजित की गई थी। चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण उत्तर प्रदेश में स्टाफ नर्स के कुल 753 पद थे और इनमें से 558 पदों पर अंतिम चयन हुआ जबकि 195 पद रिक्त रह गए। प्रदर्शन कर रही नर्सों ने बताया कि लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में सफल हुए स्टाफ नर्स अभ्यर्थियों में कुछ की नियुक्ति चिकित्सा एवं शिक्षा स्वास्थ्य जवाहर भवन द्वारा अक्टूबर 2018 में ही कर दी गई, जबकि बाकी सफल स्टाफ नर्सों की नियुक्ति चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य भवन द्वारा अभी तक नहीं कराई गई है। उनकी नियुक्ति में गाइडलाइन उपलब्ध होने का बहाना करके अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा गुमराह किया जा रहा है। उनका कहना था कि जब एक ही परीक्षा के एक ही विभाग में चयनित कुछ अभ्यर्थियों की नियुक्ति 2 माह पूर्व ही कर दी गई है, तो शेष अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए गाइडलाइन की आवश्यकता क्यों? नियुक्ति के लिए चयनित सभी स्टाफ नर्सों ने मांग की कि बिना किसी जनपद चुनाव के किसी भी जिले में शीघ्र नियुक्ति दिलाए जाने के बाबत महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं लखनऊ उत्तर प्रदेश को आदेश दिया जाए।
प्रदर्शनरत नर्सों ने मुख्यमंत्री उ.प्र. को संबोधित अपनी चार सूत्रीय मांगपत्र जिला प्रशासन को सौंप यथाशीघ्र नियुक्ति प्रदान करने की मांग की है।

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