टेरर फंडिंग ! लश्कर-ए-तैयबा के 10 सहयोगी गिरफ्तार

लखनऊ ( उत्तर प्रदेश) ,25 मार्च 2018 । आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को धन मुहैया कराने की कड़ी से जुड़े 10 संदिग्ध लोगों को प्रदेश के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार किया है। एटीएस के महानिरीक्षक असीम अरुण ने आज मीडिया को बताया कि दस्ते ने कल गोरखपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़ और मध्य प्रदेश के रीवां में मारे गये छापों और पूछताछ के बाद 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार लोगों ने पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के लिये ‘टेरर फंडिंग’ में मदद करना स्वीकार किया है। बताया कि गिरफ्तार लोगों में संजय सरोज, नीरज मिश्रा, साहिल मसीह, उमा प्रताप सिंह, मुकेश प्रसाद, निखिल राय, अंकुर राय, दयानन्द यादव, नसीम अहमद तथा नईम अरशद में से कुछ लोग सीधे तौर पर पाकिस्तान से जुड़े हैं।

असीम अरुण के अनुसार आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य लाहौर से अपने नेटवर्क के सदस्यों के सम्पर्क में रहता था और उनसे फर्जी नाम से बैंक खाते खुलवाकर बताता था कि कितना धन किस खाते में डालना है। इस कार्य के लिये इन भारतीय एजेंटों को 20 प्रतिशत तक कमीशन मिलता था। अबतक एक करोड़ रुपये से अधिक के लेन-देन की बात सामने आयी है। उन्होंने बताया कि पकड़े गये लोगों के कब्जे से बड़ी संख्या में एटीएम कार्ड, लगभग 42 लाख रुपये नकद, छह स्वैप मशीनें, मैग्नेटिक कार्ड रीडर, तीन लैपटॉप, एक देसी पिस्तौल और 10 कारतूस सहित बड़ी संख्या में बैंकों की पासबुक बरामद किये गये हैं। इनके जांच में जानकारी मिली है कि गिरफ्तार निखिल राय का नाम वास्तव में मुशर्रफ अंसारी है और वह कुशीनगर का रहने वाला है। इस मामले में उसकी भूमिका की गहनता से जांच हो रही है।उन्होंने कहा कि इस बात की जांच होगी कि जिस धन का लेन-देन हुआ, वह किसके खाते में गया। इस मामले में सम्बन्धित बैंककर्मियों की भूमिका की भी जांच होगी और दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

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