कोतवाल की कारस्तानी पर बिफरे अधिवक्ता

गाजीपुर। अधिवक्ता को वगैर किसी कारण हवालात में बन्द करने के प्रकरण पर आक्रोशित अधिवक्ताओं ने पुलिस कप्तान से मिलकर दोषी कोतवाल के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

       अधिवक्ता अजय शंकर तिवारी द्वारा बताया गया कि गत 2 फरवरी को वे अपने सहन की जमीनी मामले में कोतवाली गये थे। वहा कोतवाल दयाशंकर पाण्डेय के पास भू-माफिया विनय तिवारी पहले से ही अन्य लोगों के साथ बैठे थे। विनय तिवारी कोतवाल के सामने ही अधिवक्ता को भद्दी भद्दी गालियां देते हुए उनको जान से मारने की धमकी भी दिया।

अधिवक्ता के सिविल बार संघ का सदस्य होने की जानकारी के बावजूद कोतवाल ने उनकी एक न सुनी और उनका मोबाईल छिन कर उन्हें हवालात में बन्द करा दिया। इसके बाद हवालात में बिना कारण चार पांच घंटे बन्द रखा।

      इसके उपरान्त भू-माफिया से मिलकर दबाब बनाकर अधिवक्ता की जमीन को विवादित दिखाकर अधिवक्ता की मर्जी के खिलाफ एक समझौता पत्र लिखवाया और उसपर हस्ताक्षर कराने के बाद हवालात से छोड़ा था। 

    इस घटना से अधिवक्ताओं में तीव्र रोष रहा। इसे लेकर सिविल बार संघ के अध्यक्ष गोपालजी श्रीवास्तव के साथ अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मण्डल पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह से मिलकर सारी बातों से अवगत कराते हुए अधिवक्ता के उत्पीड़न की शिकायत की। पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को अपर पुलिस अधीक्षक नगर को सौंपते हुए मामले की जांच कर दोषियो पर कार्यवाही का निर्देश दिया। वहीं कोतवाल ने इससे इंकार किया है।

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