पेपर लीक मामला – पत्रकारों की तत्काल हो  रिहायी और

गाजीपुर। माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा में
बलिया जिले में परीक्षा से पूर्व ही पेपर आउट के
मामले में जिला प्रशासन ने अपनी पोल खुलती देख अपनी भड़ास पत्रकारों पर उतार दी।
बताते चलें कि पेपर लीक मामले को पत्रकार अजित ओझा, दिग्विजय सिंह व मनोज गुप्ता ने अपने समाचार पत्र में प्रमुखता से प्रकाशित किया। कुपित प्रशासन ने,अपनी छिछालेदर से क्षुब्ध होकर उल्टे पत्रकारों पर ही मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेंज दिया।
बलिया जिला प्रशासन की इस कारर्वाई से क्षुब्ध गाजीपुर के पत्रकारों ने एकजुटता दिखाते हुए गाजीपुर पत्रकार एसोसिएशन भवन पर पत्रकारों बैठक कर बलिया की इस घटना की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए बलिया प्रशासन के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त किया। बैठक के उपरांत, पत्रकारों ने गाजीपुर पत्रकार एसोसिएशन के तत्वाधान में बलिया जिला प्रशासन की, पत्रकारों पर की गयी कारर्वाई के विरोध में, पत्रकारों ने जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल को ज्ञापन प्रेषित किया। जिलाधिकारी ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री को पत्रक भेज कर कार्यवाही का आश्वासन दिया।
पत्रकारों की प्रमुख मांग निर्दोष पत्रकारों को बिना शर्त जेल से रिहा करने व जिलाधिकारी बलिया को निलम्बित करने की रही। पत्रकारों ने कहा कि यदि हमारी मांगे पूरी नही हुई तो पत्रकार आन्दोलन तेज करने को बाध्य होंगे। पत्रक सौपने वाले पत्रकारों में उपजा के अध्यक्ष उधम सिंह, वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव,जर्नलिस्ट कौंसिल आफ इंडिया के संरक्षक डा.ए.के.राय, अविनाश प्रधान, अनिल उपाध्याय, महासचिव चन्द्र कुमार तिवारी, पंकज पाण्डेय, अभिषेक सिंह, शिवप्रताप तिवारी, राममनोज त्रिपाठी, राजेश सिंह, राधेश्याम पाण्डेय, प्रमोद सिन्हा, रामजनम कुशवाहा, आलोक त्रिपाठी, विनय कुमार सिंह, संजय सिंह, दुर्गविजय सिंह, सूर्यवीर सिंह, आसिफ अंसारी, अजय शंकर तिवारी, अजय राय बब्लू, रतन कुमार, अरूण कुमार श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, विनोद खरवार, अखिलेश यादव, मनिष मिश्रा, आशुतोष त्रिपाठी, प्रदीप दुबे, काशी सिंह, शशिकान्त तिवारी, अनिल कश्यप, रविकान्त पाण्डेय, देवब्रत विश्वकर्मा विनोद गुप्ता सहित काफी संख्या में पत्रकार बन्धु उपस्थित रहे।

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