गुरु पूर्णिमा – सिद्धपीठ हथियाराम में शुरू होगा 26वां चातुर्मास महायज्ञ

गाजीपुर। जखनियां तहसील क्षेत्र के बेसो नदी के रमणीय तट पर स्थित सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर्व के अवसर पर शिष्य समुदाय द्वारा गुरुजनों का भव्य पूजन अर्चन किया जायेगा।

इसके साथ ही सिद्धपीठ के 26वें पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज के 26वें चतुर्मास महायज्ञ का भी शुभारंभ होगा।
उल्लेखनीय है कि अध्यात्म जगत में एक तीर्थ स्थल के रूप में विख्यात लगभग 700 वर्ष प्राचीन सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया जायेगा। इस अवसर पर देश के कोने-कोने से आये शिष्य श्रद्धालु अपने गुरुजन का पूजन अर्चन कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।

महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज ने बताया कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूजा अनुष्ठान के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा। इसके तहत सिद्धपीठ पर पूजन अनुष्ठान के साथ ही समस्त धार्मिक कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।


गुरु पूजन, गणेश वंदन के साथ ही महामंडलेश्वर के 26वें चातुर्मास महायज्ञ का होगा शुभारंभ
गाजीपुर। सिद्धपीठ पर गुरु पूर्णिमा पर्व पर गुरु पूजन अर्चन के साथ ही सिद्धिविनायक गणेश पूजन, देव आह्वान, शिव रुद्राभिषेक पूजन, नक्षत्र पूजन, नवग्रह पूजन के साथ ही अनवरत दो माह तक चलने वाले पारंपरिक चातुर्मास महायज्ञ का शुभारंभ होगा।

गौरतलब है कि सिद्धपीठ के पीठाधीश्वर व जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज द्वारा सिद्धपीठ की गद्दी पर आसीन होने के बाद सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, नागेश्वर महादेव, त्रयम्बकेश्वर महादेव, घृष्णेश्वर महादेव, भीमाशंकर महादेव, ओम्कारेश्वर, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, बाबा विश्वनाथ, रामेश्वरम, मल्लिकार्जुन महादेव, केदारनाथ महादेव, बाबा वैद्यनाथ देवधर, परली वैद्यनाथ व नेपाल स्थित पशुपतिनाथ के प्रांगण के साथ ही देश के कोने-कोने में स्थित देवाधिदेव भूत भावन भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग स्थानों सहित कुल 24 वर्ष तक लगातार चातुर्मास महायज्ञ संपादित किए गए हैं। फिलहाल पिछले वर्षों से चातुर्मास महायज्ञ का संपादन सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर किया जा रहा है। इस वर्ष भी वर्षा ऋतु पर्यंत परंपरागत और धार्मिक रीति नीति अनुसार लगातार दो माह तक चलने वाले इस अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान नागपंचमी, रक्षाबंधन, कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी सहित सभी विशेष पर्व और त्योहार पर विशेष पूजन अर्चन किया जायेगा।

ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी बालकृष्ण यति जी महाराज की 28 जुलाई को मनेगी पुण्यतिथि
गाजीपुर। सिद्धपीठ के 25वें पीठाधिपति ब्रह्मलीन संत व जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी बालकृष्ण यति जी महाराज की पुण्यतिथि श्रावण कृष्ण पंचमी तदनुसार 28 जुलाई बुधवार को सिद्धपीठ परिसर में परम्परागत तरीके से मनाई जाएगी।
सिद्धपीठ के वर्तमान पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर भवानीनंदन यति जी महाराज ने बताया कि कि देश के सिद्धस्थ ब्रह्मचारी संत महामंडलेश्वर बालकृष्ण यति जी का परिनिर्वाण चतुर्मास यज्ञ पूजन के दौरान ही बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में श्रावण कृष्ण पंचमी के दिन हुआ था। जिसके तहत इस वर्ष भी चातुर्मास पूजन के दौरान पंचमी तिथि को श्री यति जी की पुण्यतिथि मनाई जाएगी। श्रावण कृष्ण पंचमी तदनुसार 28 जुलाई बुधवार को सिद्धपीठ हथियाराम मठ स्थित सिद्धेश्वर धाम में उनकी समाधि स्थल पर विशेष पूजन अर्चन अनुष्ठान किया जाएगा।


गाजीपुर। बेसो नदी के रमणीय तट पर स्थित सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर्व के अवसर पर शिष्य समुदाय द्वारा गुरुजनों का पूजन अर्चन किया जाएगा। इसके साथ ही सिद्धपीठ के 26वें पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज का 26वां चतुर्मास महायज्ञ का भी शुभारंभ होगा।
अध्यात्म जगत में एक तीर्थ स्थल के रूप में विख्यात लगभग 700 वर्ष प्राचीन सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया जाएगा। इस अवसर पर देश के कोने-कोने से आये शिष्य श्रद्धालु अपने गुरुजन का पूजन अर्चन कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज ने बताया कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूजा अनुष्ठान के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा। इसके तहत सिद्धपीठ पर पूजन अनुष्ठान के साथ ही समस्त धार्मिक कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।


गुरु पूजन, गणेश वंदन के साथ ही महामंडलेश्वर के 26वें चातुर्मास महायज्ञ का होगा शुभारंभ
गाजीपुर। सिद्धपीठ पर गुरु पूर्णिमा पर्व पर गुरु पूजन अर्चन के साथ ही सिद्धिविनायक गणेश पूजन, देव आह्वान, शिव रुद्राभिषेक पूजन, नक्षत्र पूजन, नवग्रह पूजन के साथ ही अनवरत दो माह तक चलने वाले पारंपरिक चातुर्मास महायज्ञ का शुभारंभ होगा।

गौरतलब है कि सिद्धपीठ के पीठाधीश्वर व जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज द्वारा सिद्धपीठ की गद्दी पर आसीन होने के बाद सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, नागेश्वर महादेव, त्रयम्बकेश्वर महादेव, घृष्णेश्वर महादेव, भीमाशंकर महादेव, ओम्कारेश्वर, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, बाबा विश्वनाथ, रामेश्वरम, मल्लिकार्जुन महादेव, केदारनाथ महादेव, बाबा वैद्यनाथ देवधर, परली वैद्यनाथ व नेपाल स्थित पशुपतिनाथ के प्रांगण के साथ ही देश के कोने-कोने में स्थित देवाधिदेव भूत भावन भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग स्थानों सहित कुल 24 वर्ष तक लगातार चातुर्मास महायज्ञ संपादित किए गए हैं। फिलहाल पिछले वर्षों से चातुर्मास महायज्ञ का संपादन सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर किया जा रहा है। इस वर्ष भी वर्षा ऋतु पर्यंत परंपरागत और धार्मिक रीति नीति अनुसार लगातार दो माह तक चलने वाले इस अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान नागपंचमी, रक्षाबंधन, कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी सहित सभी विशेष पर्व और त्योहार पर विशेष पूजन अर्चन किया जाएगा।

ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी बालकृष्ण यति जी महाराज की 28 जुलाई को मनेगी पुण्यतिथि
गाजीपुर। सिद्धपीठ के 25वें पीठाधिपति ब्रह्मलीन संत व जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी बालकृष्ण यति जी महाराज की पुण्यतिथि श्रावण कृष्ण पंचमी तदनुसार 28 जुलाई बुधवार को सिद्धपीठ परिसर में परम्परागत तरीके से मनाई जाएगी।
सिद्धपीठ के वर्तमान पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर भवानीनंदन यति जी महाराज ने बताया कि कि देश के सिद्धस्थ ब्रह्मचारी संत महामंडलेश्वर बालकृष्ण यति जी का परिनिर्वाण चतुर्मास यज्ञ पूजन के दौरान ही बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में श्रावण कृष्ण पंचमी के दिन हुआ था। जिसके तहत इस वर्ष भी चातुर्मास पूजन के दौरान पंचमी तिथि को श्री यति जी की पुण्यतिथि मनाई जाएगी। श्रावण कृष्ण पंचमी तदनुसार 28 जुलाई बुधवार को सिद्धपीठ हथियाराम मठ स्थित सिद्धेश्वर धाम में उनकी समाधि स्थल पर विशेष पूजन अर्चन अनुष्ठान किया जाएगा।

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