जलाभिषेक की इच्छा रही अधूरी, गंगा नदी में डूबने से दो युवकों की मौत

गाजीपुर। उफनती गंगा नदी में दोस्‍तों के साथ स्‍नान करते समय दो युवकों की डूबकर मौत होने की खबर से क्षेत्र में मातम फैल गया।
बताया गया है कि सुहवल थाना क्षेत्र के बड़ौरा गांव निवासी संदीप गुप्‍ता 18 वर्ष पुत्र केशव गुप्ता और सुजीत गुप्‍ता 17 वर्ष पुत्र बलंवत गुप्ता सुबह बाइक से अपने मित्र अनुज गुप्ता के साथ गंगा स्‍नान करने गये थे।
परिजनों के मुताबिक आज सावन का तीसरा सोमवार होने के कारण सुजित गुप्ता ने सुबह अपने मां माया देवी से दोस्तों संग गंगा स्नान कर शिव मन्दिर में जलाभिषेक करने की बात कही इसपर मां ने कोरोना व लाकडाउन का हवाला देते हुए मना किया और कहा कि घर पर ही स्नान कर जल चढा लो, लेकिन सुजित जिद करते हुए जल्द आने की बात कह घर से निकल साथी संदीप गुप्ता के घर पहुँच उसे अपनी बाईक ले बवाडा गंगा स्नान करने के लिए चलने को कहा जिसपर उसकी मां संजू देवी ने बाइक न ले जाने को कहा लेकिन सावन का सोमवार का हवाला दे संदीप बाइक ले घर से निकल, रास्ते से एक अन्य दोस्त अनुज गुप्ता को भी साथ बाइक पर बैठा लिया । बवाड़ा गंगा तट से पहले सड़क किनारे बाईक खडी कर तीनों गंगा स्नान के लिए पैदल चल पडे, वहाँ पहुँच संदीप व सुजित स्नान करने लगे। इसी दौरान दोनों गहरे पानी के दायरे में धीरे-धीरे जाने लगे, यह देख बाहर बैठा तीसरा दोस्त जोर जोर से अपने दोस्तों को बचाने के लिए चिल्लाने लगा आवाज सुन बगल में स्नान कर रही महिलाएँ मौके की तरफ दौडी लेकिन सबके आखों के सामने ही दोनों गहरे पानी में समा गये, यह देख हतप्रभ तीसरे दोस्त अनुज गुप्ता ने किसी माध्यम से इसकी सूचना गाँव पर परिजनों को दी। दो लोगों के अचानक एक साथ गंगा में डूबने से गाँव में जहां मातम पसर गया वहीं दोनों छात्रों के परिजनों में कोहराम मच गया। गंगा में डूबे हाईस्कूल का छात्र सुजीत गुप्ता अपने दो भाईयों में बडा था।उसके पिता किराना की दुकान चला किसी तरह परिवार का जीविकोपार्जन चलाते हैं। दूसरा डूबा छात्र संदीप गुप्ता जो नोनहरा थाना क्षेत्र के परवां गाँव का रहने वाला था अपने नाना मल्लू गुप्ता के यहाँ काफी दिनों से यहीं रहकर पढ़ता था। उसके पिता केशव गुप्ता मजदूरी कर परिवार का जीविकोपार्जन चलाते हैं।
इस घटना की सूचना मिलते ही परिजनों व गांव में कोहराम मच गया, वहीं गंगा में दो छात्रों के डूबने की सूचना पर हलकान स्थानीय थाना प्रभारी निरीक्षक विवेक कुमार श्रीवास्तव, जमानियाँ तहसीलदार आलोक कुमार, राजस्व निरीक्षक शेषमणी सहित अन्य पुलिस प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुँच जिलामुख्यालय से बुलाए गये चार गोताखोरों व जाल की सहायता से छात्रों की तलाश में जुट गये।
इस मामलें में जमानियाँ तहसीलदार आलोक कुमार ने कहा कि गंगा में डूबे छात्रों की तलाश गोताखोरो व जाल की सहायता से जारी है, कहा कि वैसे अभी तक इसमें सफलता नहीं मिली है ।
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अगर परिजनों का कहा मानते तो रुक सकता था हादसा – लेकिन शायद ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था दोनों के परिजन रोते-विलखते यह कह रहे थे कि मौसम खराब है व कोरोना के कारण लाकडाउन से मन्दिर बन्द है मत जाओं लेकिन बातों को अनसुना कर वे निकल पड़े थे स्नान करने।
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इससे पूर्व गत सोमवार को उन्होंने मौत को दी थी मात लेकिन इस बार नहीं दे सकें मौत को मात…. इसके पहले दूसरे सोमवार को भी दोनों दोस्त इसी स्थान पर गंगा स्नान करने पहुँचे थे जिस उस दौरान भी दोनों डूब रहे थे लेकिन किसी तरह बाहर निकल आए थे ।
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जलाभिषेक की इच्छा रही अधूरी, बोतल में भरा रह गया गंगाजल – दोनों की इच्छा थी कि स्नानोपरान्त बोतल में भरे गये जल से गाँव के शिवालयों में जलाभिषेक कर आशीर्वाद ग्रहण कर अगली कक्षा में अच्छे अंको से पास होने की प्रार्थना करेगें, लेकिन दोनों की यह इच्छा धरी की धरी रह गई।

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