कार्यवाही! ढहा किला, लखनऊ से बरामद हुई सरकारी कार

कानपुर। जिले के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों के हत्यारोपी और वर्तमान का लखटकिया हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पुत्र रामकुमार दुबे और उसके सहयोगियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें एक्टिव मोड पर हैं। तलाशी अभियान के तहद लखनऊ में विकास और उनके भाई के घर पर जब एसटीएफ और पुलिस ने छापा मारा तो वहां सिर्फ दीपू की पत्नी अंजली मिली। अंजली को पुलिस ने हिरासत में लिया। पुलिस को वहां सरकारी कार मिली। उसके निवास में सरकारी कार देख पुलिस अचम्भित हो गयी और फिर पुलिस टीम ने उस सरकारी कार को कब्जे में ले लिया। जांच में पता चला कि सरकारी अभिलेखों में वह कार विशेष सचिव राज्य सम्पत्ति के नाम पर पंजीकृत है और वह कार सरकार द्वारा निलाम की जा चुकी है। कार नीलामी में खरीदी गई थी परन्तु अभी तक उसके कागजात ट्रांसफर नहीं हुए हैं।

उम्मीद जताई जा रही थी कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे इन कारों का प्रयोग धौंस जमाने के लिए कर रहा था। दोनों कारों को नीलामी में खरीदे हुए एक माह से अधिक समय बीत चुका है, फिर भी उसका मालिकाना हक स्थानांतरित नहीं कराया गया।
वैसे इस पूरे प्रकरण में कहीं न कहीं पुलिस की संलिप्तता व पुलिस की मिली भगत पर भी जांच टीम की नजर है। इस मामले में चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी की भूमिका संदिग्ध को संदिग्ध मानते हुए एसटीएफ उनसे गहन पूछताछ कर रही है।
बताया गया कि चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित मोहनी नेवादा निवासी राहुल तिवारी के ससुर लल्लन शुक्ला की जमीन को विकास दुबे ने कब्जिया लिया था। इस प्रकरण में राहुल तिवारी ने विकास दुबे के विरुद्ध मुकदमा दायर किया था। इसी दौरान एक जूलाई को अपराधी विकास दुबे ने अपने सहयोगियों संग मिलकर राहुल तिवारी को अगवा कर जमकर पीटा था और मामले से हटने को कहा था और न हटने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसके लिए पुलिस उसके घर दबिश देने गयी थी।
कहा गया है कि घटना का स्थान बिकरू गांव चौबेपुर थाना क्षेत्र में आता है,जहां क्षेत्राधिकारी बिल्हौर के नेतृत्व में शिवराजपुर, चौबेपुर और बिठूर थाने की पुलिस टीम विकास दुबे के घर दबिश देने गयी थी। उस दौरान चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी को उनका क्षेत्र होने के नाते आगे रहना चाहिए था परन्तु वह सबसे पीछे थे और अपराधियों द्वारा फायरिंग करते ही वह गायब हो गये थे। उन्हें शक के आधार पर निलम्बित किया जा चुका है।
इस पूरे मामले में एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और जिला पुलिस ने विकास दूबे के सम्पर्की सैकड़ों लोगों को चिन्हित कर उनके मोबाइल नम्बरों को खंगाल रही है। संदिग्धता के आधार पर पुलिस एक दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उधर सूत्रों के अनुसार विकास दुबे की कॉल डिटेल में कई पुलिस वालों के नंबर पाये गये हैं और मुठभेड़ की रात तक 24 घंटे में उन लोगों से विकास दुबे की कई बार बातचीत हुई थी। विकास दूबे को नेस्तनाबूद करने के लिए, शासन के निर्देश पर शनिवार को पुलिस ने विकास दुबे के बिठुर स्थित आवास को गिरा दिया। जेसीबी लेकर पहुंची पुलिस टीम ने उसके पिता रामकुमार दुबे को हिरासत में लेकर घर गिराने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। विकास के सभी बैंक खातों को सीज कर दिया गया है और पुलिस उसकी सभी संपत्तियों की जांच कर रही है। पुलिस की टीमें उसके सम्भावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं जहां विकास के परिवार वाले रहते हैं।हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे व भाई दीप प्रकाश दुबे के लखनऊ के कृष्णानगर की इंद्रलोक कॉलोनीके दोनों मकानों पर भी एलडीए की निगाहें टिकी हुई हैं। बताते चलें कि वांछित व ईनामिया अभियुक्त विकास दुबे पर पूर्व से पचास हजार रुपये (50000/रु०) ईनाम घोषित किया गया था और कल चार जुलाई को धन राशि पचास हजार रुपये(50000/रु0) से बढाकर एक लाख रुपये (100000/रु0) करने हेतु अपर पुलिस महानिदेशक, कानपुर जोन, कानपुर को प्रेषित की गयी है। अन्य सभी नामजद अट्ठारह अभियुक्तों पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, कानपुर नगर द्वारा पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया है जिसमें श्यामू बाजपेयी पुत्र अज्ञात,छोटू शुक्ला निवासी ग्राम कंजती चौबेपुर कानपुर नगर, मोनू(जेसीबी चालक) पता अज्ञात,जहान यादव पुत्र संतराम नि0 अज्ञात, दया शंकर अग्निहोत्री पुत्र अज्ञात नि0 अज्ञात,शशिकांत पंडित पुत्र प्रेमकान्त नि0 अज्ञात,शिव तिवारी पुत्र दिनेश नि0 अज्ञात,विष्णु पाल यादव पुत्र अज्ञात नि सुज्जा निवादा चौबेपुर कानपुर नगर,राम सिंह पुत्र छोटे लाल नि0 ग्राम मदारीपुरवा चौबेपुर कानपुर नगर,रामू बाजपेयी पुत्र राधेश्याम नि0 अज्ञात,अमर दुबे पुत्र संजीव नि0 अज्ञात,प्रभात मिश्रा पुत्र राजेन्द्र नि अज्ञात,गोपाल सैनी पुत्र रामाधार नि0 अज्ञात,बीरू दुबे पुत्र रमेश चन्द्र नि वीरू चौबेपुर कानपुर नगर,बउन शुक्ला पुत्र मूलचन्द्र नि0 अज्ञात,शिवम् दुबे पुत्र बाल गोविंद अज्ञात, बाल गोविन्द पुत्र मेवा लाल नि0 अज्ञात तथा बउआ दुबे पुत्र मोन्टी नि0 अज्ञात हैं।
इसी क्रम में सोशल मीडिया पर विकास दुबे की कायराना हरकत को सही ठहराने और समर्थन करनेवालों पर भी पुलिस की भौंहें टेढ़ी हुई हैं। ऐसे असामाजिक तत्वों पर कानपुर में केस दर्ज किया और विकास दुबे को शेर बताने वाले कोचिंग संचालक किलकिल सचान को गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एसएसपी दिनेश कुमार पी ने सीओ बिल्हौर के पद पर संतोष कुमार सिंह तथा इंस्पेक्टर चौबेपुर के पद पर कृष्णा मोहन राय की नियुक्ति की है। यह नियुक्ति सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा के शहीद होने और एसओ चौबेपुर विनय तिवारी के निलंबित होने के बाद की गई है।

Visits: 120

Leave a Reply