कोरोना! एक्टिव मरीजों की संख्या हुई 85,चिकित्सक ने बताये बचाव के उपाय

गाजीपुर,09 जून 2029। कोरोना वैश्विक महामारी का संक्रमण अभी भी सुरसा के मुंह की भांति फैला पड़ा है। आए दिन संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है। रविवार 7 जून को जहां दो नये रोगियों ने बढ़त बनायी,वहीं कल सोमवार 8 जून की देर शाम प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार तीन नए मरीजों ने भी दस्तक दी और कुल मरीजों की संख्या को 165 तक पहुंचा दिया। रविवार को मिले दो संक्रमितों में एक शादियाबाद थाना क्षेत्र का, तो दूसरा खानपुर थाना क्षेत्र का रहा। कल सोमवार की देर शाम प्राप्त तीन नए मरीजों में एक कासिमाबाद क्षेत्र के रामगढ़ बिंदपूरा का, दूसरा मुहम्मदाबाद क्षेत्र के गौसपुर का और तीसरा रेवतीपुर क्षेत्र के डौंगा का रहा।
वर्तमान स्थिति के अनुसार यदि आंकड़े पर गौर करें तो यह आंकड़ा 85 एक्टिव रोगियों के साथ 165 तक जा पहुंचा है। इसमें से 80 मरीज स्वास्थ्य लाभ के बाद अपने घरों को लौट चुके हैं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि अभी काफी संख्या में जांच रिपोर्ट आना बाकी है।शहर के जोनल रेलवे ट्रेनिंग सेंटर में क्वरंटाइन किये गये संदिग्ध मरीजों की जांच के सैंपल भेजे गए हैं।
इसी क्रम में वैश्विक महामारी कोविद 19 से निपटने के लिए जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मुहम्मदाबाद के एल-वन कोरोना हास्पिटल तथा शहीद स्मारक राजकीय महाविद्यालय में बनाए गए क्वरंटाइन सेंटर का जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्य ने निरीक्षण किया और वहां स्वास्थ्य, भोजन पानी, मास्क,सेनेटाइजेशन आदि की विस्तृत जानकारी ली।
इस सम्बन्ध में समाजसेवी व चिकित्सक डा.ए.के.राय ने कहा कि लाकडाउन खत्म होने के बावजूद कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है, इसलिए कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण और स्वयं के बचाव हेतु सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करना ही होगा। अनावश्यक घरों से बाहर निकलने से बचना होगा। आवश्यकता होने पर बाहर जाने की अवस्था में फेस मास्क के साथ अन्य से दो गज की दूरी का पालन करना होगा। इसके साथ ही साथ साफ सफाई के साथ अपने घर को भी संक्रमण मुक्त बनाए रखने के लिए सेनेटाइजर का उपयोग करना चाहिए और हाथों को दिन में कई बार अच्छी तरह से साबुन से धोकर साफ रखना होगा।
डा.राय ने कहा कि कोरोना का संक्रमण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित कर कमजोर करता है। इससे बचने के लिए हमें भारतीय जीवन दर्शन की ओर लौटना होगा। भारतीय जीवन दर्शन के अनुसार योग, प्राणायाम, व्यायाम व वानस्पतिक पौष्टिक भोजन भारतीय जीवन का अभिन्न अंग रहा है। इनके नियमित प्रयोग में लाने से शरीर की आंतरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है, जो हमें अनेकानेक रोगों से बचाती है और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। रोग से बचाव के लिए हमें नियमित प्राणायाम और योग का सहारा लेना चाहिये। साथ ही साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी पावर) में वृद्धि व सक्रिय करने में हमारे भोजन का काफी महत्वपूर्ण स्थान है। हमें अपने दैनिक जीवन में नित्य प्रति हल्दी के साथ गुनगुना दूध, अदरक लौंग के साथ तुलसी का काढ़ा, गिलोय दालचीनी कालीमिर्च का नमकीन काढ़ा, गुनगुना नींबू पानी, गर्म पेय, हर्बल चाय का प्रयोग करना चाहिए। पौष्टिक आहार के साथ अदरक लहसुन हरी धनियां या फिर आंवला की चटनी का सेवन करना चाहिए। इससे हमारे शरीर की इम्यूनिटी पावर को बल मिलता है और उसके सक्रिय होने से रोगों से बचाव होता है। इनके नियमित सेवन से हम आसानी से कोरोना को मात दे सकते हैं।

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