लाकडाउन ! तीन मई तक, प्रधानमंत्री ने देश वासियों को किया सम्बोधित

नई दिल्ली, 14 अप्रैल 2020। कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई,बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। आपकी तपस्या, आपके त्याग की वजह से भारत अब तक,कोरोना से होने वाले नुकसान को काफी हद तक टालने में सफल रहा है।
आज पूर्वांह दस बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप देश की खातिर,एक अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं। लॉकडाउन के इस समय में देश के लोग जिस तरह नियमों का पालन कर रहे हैं, जितने संयम से अपने घरों में रहकर त्योहार मना रहे हैं, वह बहुत प्रशंसनीय है। हमारे संविधान में जिस सामुहिक शक्ति की बात कही गई है,वह यही तो है।
आज पूरे विश्व में कोरोना वैश्विक महामारी की जो स्थिति है, आप उसे भली-भांति जानते हैं। अन्य देशों के मुकाबले,भारत ने कैसे अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए, आप इसके सहभागी भी रहे हैं और साक्षी भी। जब हमारे यहां कोरोना के सिर्फ 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का एक बड़ा कदम उठा लिया था। भारत ने,समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी, उसे,तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का प्रयास किया।

इससे पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब डॉक्टर भीम राव आंबेडकर की जन्म जयंती पर,
हम भारत के लोगों की तरफ से अपनी सामूहिक शक्ति का ये प्रदर्शन, ये संकल्प, उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी सभी देशवासियों से ये प्रार्थना है कि अब कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है।स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता है तो ये हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए। इसलिए हमें हाटस्पाट्स को लेकर बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी।जिन स्थानों के हाटस्पाट्स में बदलने की आशंका है उस पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी। नए हाटस्पाट्स का बनना,हमारे परिश्रम और हमारी तपस्या को और चुनौती देगा। अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी। 20 अप्रैल तक हर कस्बे,हर थाने,हर जिले,
हर राज्य को परखा जाएगा, वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है,उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है,ये देखा जाएगा। जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल होंगे,
जो हाटस्पाट्स में नहीं होंगे,और जिनके हाटस्पाट्स में बदलने की आशंका भी कम होगी,वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है। इसलिए,न खुद कोई लापरवाही करनी है और न ही किसी और को लापरवाही करने देना है।कल इस बारे में सरकार की तरफ से एक विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो रोज कमाते हैं,
रोज की कमाई से अपनी जरूरतें पूरी करते हैं,
वो मेरा परिवार हैं।उनके जीवन में आई मुश्किल को कम करना है।यह मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में एक हैः नई गाइडलाइंस बनाते समय भी उनके हितों का पूरा ध्यान रखा गया है। इस समय रबी फसल की कटाई का काम भी जारी है।
केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर,
प्रयास कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो।

स्वास्थ्य के क्षेत्र पर चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।जहां जनवरी में हमारे पास कोरोना की जांच के लिए सिर्फ एक लैब थी,
वहीं अब 220 से अधिक लैब्स में टेस्टिंग का काम हो रहा है।भारत में आज हम एक लाख से अधिक शैय्या की व्यवस्था कर चुके हैं।इतना ही नहीं,
600 से भी अधिक ऐसे अस्पताल हैं, जो सिर्फ कोविड के इलाज के लिए काम कर रहे हैं।
इन सुविधाओं को और तेजी से बढ़ाया जा रहा है। आज भारत के पास भले सीमित संसाधन हों,
लेकिन मेरा भारत के युवा वैज्ञानिकों से विशेष आग्रह है कि विश्व कल्याण के लिए,मानव कल्याण के लिए, आगे आएं,कोरोना की वैक्सीन बनाने का बीड़ा उठाएं।
उन्होंने कहा कि हम धैर्य बनाकर रखेंगे,नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे। इसी विश्वास के साथ अंत में,
मैं आज 7 बातों में आपका साथ मांग रहा हूं।
पहली बात-
अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो,
उनकी हमें अतिरिक्त ध्यान करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है।
दूसरी बात-
लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें। घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।
तीसरी बात-
अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें,गर्म पानी,
काढ़ा,इनका निरंतर सेवन करें।
चौथी बात-
कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप जरूर डाउनलोड करें।दूसरों को भी इस एप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें।
पांचवी बात-
जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें,उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें।
छठी बात-
आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें,किसी को नौकरी से न निकालें।
सातवीं बात-
देश के कोरोना योद्धाओं,हमारे डॉक्टर- नर्सेस,
सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें।

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