सत्ता विवाद ! महाराष्ट्र राष्ट्रपति शासन की ओर अग्रसर

नई दिल्ली,12 दिसंबर 2019। महाराष्ट्र में सरकार बनाने के बहुमत के आंकड़े से दूर होने और किसी पार्टी द्वारा नियत समय में सरकार बनाने का दावा न करने के बीच अब महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की अटकलों का बाजार गर्म है।
बताते चलें कि सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी जब राज्य में सरकार नहीं बना सकी थी तो राज्यपाल ने रविवार को शिवसेना को सरकार बनाने का मौका दिया था और 24 घंटे में समर्थन जुटाने को कहा था, लेकिन शिवसेना बहुमत के लिए जरूरी 145 विधायकों का समर्थन नहीं जूटा सकी। इसके बाद राज्यपाल ने एनसीपी को अगले 24 घंटे में सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत हासिल करने को कहा है।राज्यपाल ने एनसीपी को सरकार बनाने के लिए रात 8.30 बजे तक का वक्त दिया है।
इसी बीच दूरदर्शन सूत्रों के मुताबिक, राज्यपाल को एनसीपी ने दोपहर 12:30 बजे चिट्ठी लिखकर अपने पास बहुमत नहीं होने की जानकारी दी और तीन दिन का समय मांगा था।
एनसीपी की इस सूचना के बाद राज्यपाल ने इसी पत्र के आधार पर राज्य में किसी भी दल के सरकार नहीं बना पाने की स्थिति की रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेज दी। गृह मंत्रालय ने आवश्यक कार्यवाही हेतु इस रिपोर्ट को केंद्रीय कैबिनेट के पास भेजा। इस रिपोर्ट के बाद केंद्रीय कैबिनेट की आपतकालीन बैठक बुलाकर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने को मंजूरी दे दी गई है।

Visits: 53

Leave a Reply