बिम्स्टेक सम्मेलन !भारत—नेपाल मैत्री धर्मशाला का शुभारंभ

थाईलैंड, म्यामां और भूटान के नेताओं के साथ मोदी ने की द्विपक्षीय वार्ता
काठमांडो, 31 अगस्त 2018 । चौथे बिम्स्टेक सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओचा, म्यामां के राष्ट्रपति विन मिन्त और भूटान की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार दाशो शेरिंग वांगचुक से अलग अलग वार्ता की।
उल्लेखनीय है कि ये नेता चौथे बिम्स्टेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग पहल) सम्मेलन में भाग लेने हेतु यहां आए हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, “थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्री प्रयुत चान ओचा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच काठमांडो में फलदायी बातचीत हुई। उनकी वार्ता भारत और थाईलैंड के बीच द्विपक्षीय सहयोग मजबूत करने पर केंद्रित थी।’’
मोदी ने म्यामां के राष्ट्रपति विन मिन्त से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर वार्ता की। रवीश कुमार ने कहा कि दोनों नेताओं की बताचीत विकास सहयोग, ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर केंद्रित थी।मोदी ने ट्वीट किया, “हमारी चर्चा व्यापार, ऊर्जा और कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित थी।”
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने भारत और म्यामां के बीच सहयोग की रफ्तार तेज करने पर चर्चा की।मोदी ने ट्वीट किया, “हमारी चर्चा व्यापार, ऊर्जा और कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित थी।” मोदी ने भूटान की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार दाशो शेरिंग वांगचुक से भी मुलाकात की। मोदी ने ट्वीट किया, “भारत, भूटान के साथ स्थायी एवं मजबूत दोस्ती की खुशी मनाता है। आज काठमांडो में, भूटान की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार दाशो शेरिंग वांगचुक के साथ गंभीर बातचीत हुई।” प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, “उनकी बातचीत से भारत-भूटान संबंधों में और उत्साह आएगा।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘ आज सुबह काठमांडो में लीडर्स रिट्रीट के दौरान बिम्स्टेक को मजबूत करने पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ और काफी अच्छी चर्चा हुई।’
ज्ञातव्य है कि बिम्स्टेक क्षेत्रीय देशों का एक समूह है जिसमें भारत, बांग्लादेश, म्यामां, श्रीलंका, थाईलैंड, भूटान और नेपाल इसके सदस्य देश हैं। इन देशों में विश्व की 22 फीसदी आबादी रहती है।
इससे पूर्व कल बृहस्पतिवार को मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सीरीसेना के साथ बातचीत की थी।
आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के पीएम ओली ने काठमांडू में भारत—नेपाल मैत्री धर्मशाला का शुभारंभ किया। इस मौके पर अपने वक्तव्य में पीएम मोदी ने कहा कि यह मात्र इमारत नहीं है बल्कि हमारी दोस्ती का स्तंभ है। जब भी कोई मुसाफिर यहां रूकेगा तो वह हमारी दोस्ती को याद करेगा। कहा कि भारत और नेपाल का रिश्ता पौराणिक काल से चला आ रहा है। एक तरफ जहां काठमांडू से लेकर कन्याकुमारी तक बाबा पशुपतिनाथ के जयकारे गूंजते हैं वहीं जनकपुर से अयोध्या तक सीता माता के नाम की चूनर ओढी जाती है। हमारी पौराणिक कहानियों ने हमारी दोस्ती की इबादत लिखी है और आज हम उसे और आगे बढा रहे हैं। यदि हम अपनी धार्मिक विरासतों को सुरक्षित रखेंगे तो एक दिन दुनिया के नक्शे पर हमारी चमक होगी। हम दुनिया की बाकी सभ्यताओं से अलग हैं, क्योंकि हम आध्यात्मिक तौर पर एक दूसरे से जुडे हैं, हमारा इतिहास एक है हमारा भविष्य भी एक होगा।

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