श्रद्धांजलि !ठन गयी मौत से ठन गयी, रास्ता रोककर खड़ी हो गई, मौत जिन्दगी से बड़ी हो गयी …….@ नहीं टली अटल जी की मौत

नई दिल्ली, 16 अगस्त 2018। विभिन्न गम्भीर बिमारियों से त्रस्त,अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में जीवन रक्षक प्रणाली पर भर्ती, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने आज करीब 93 वर्ष की उम्र में संध्या पांच बजकर पांच मिनट पर अंतिम सांस ली। यह जानकारी संध्या साढ़े पांच बजे स्वास्थ्य बुलेटिन में दी गयी।

उल्लेखनीय है कि उन्हें बीते 11 जून को मूत्र व श्वसन सम्बन्धी संक्रमण, लीवर व किडनी संबंधी बीमारियों के कारण एम्स में भर्ती कराया गया था। कल बुधवार को उनकी स्थिति गम्भीर हो गयी थी। उन्हें पिछले तीन दिनों से वेंटिलेटर पर रखा गया था। वाजपेयी के हाल जानने के लिए बुधवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उससे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी एम्स जाकर पूर्व प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। उनकी स्थिति बिगड़ने पर उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। उनका हाल जानने के लिए आज उप राष्ट्रपति वेकैया नायडू और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, सुषमा स्वराज, शहनवाज खां, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी,बसपा सुप्रीमो मायावती, फारुख अब्दुल्ला, राज बब्बर,विजय गोयल सहित अनेकों केन्द्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री बसुन्धरा राजे,नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, योगी आदित्यनाथ, अरबिन्द केजरीवाल, अशोक गहलोत, मनीष सिसोदिया सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता भी एम्स पहुंचकर बाजपेयी जी की स्थिति का जायजा लिया।अपरांह करीब दो बजे प्रधानमंत्री ने आज फिर एम्स पहुंच कर चिकित्सकों से हाल जाना और बाजपेयी जी के परिजनों से भेंट की। बाजपेयी जी गत ग्यारह जून को लीवर व किडनी सम्बन्धित परेशानियों, सीने में जकड़न और पेशाब की नली में संक्रमण के चलते एम्स में एडमिट किया गया था और कल से उनकी स्थिति गम्भीर हो गयी थी और आज भी स्थिर जस की तस बनी हुई थी। श्री बाजपेयी जी का इलाज एम्स डायरेक्टर रणजीत गुलेरिया के निर्देशन में जारी रहा, जिन्होंने बताया कि नाजुक हालत के मध्य मस्तिष्क कार्यरत है।इसी बीच अपरांह करीब साढ़े तीन बजे केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है, डाक्टर पूरी कोशिश में लगे हैं और थोड़ी देर में स्वास्थ्य बुलेटिन जारी की जायेगी। इसी बीच देश के विभिन्न इलाकों में पूजा पाठ व दुआख्वानी का दौर जारी रहा और लोगों ने अपने प्रिय नेता के लिए स्वास्थ्य कामना की। इसके बावजूद अन्ततः मौत ने अटल जी को संध्या 5:05 पर अपने आगोश में समेट लिया।

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