सौगात! सैदपुर भीतरी पर 96.4 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इलेक्ट्रिक लोको शेड की रेल राज्य मंत्री ने रखी आधारशीला 

गाजीपुर (उत्तर प्रदेश),23 जून 2018। केंद्रीय रेल व संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने आज जिले के इतिहास में एक नया अध्याय और जोड़ दिया।प्रदेश के पिछड़े जिले में सुमार गाजीपुर को उन्होंने अपने प्रयासों के बल पर विकसित गाजीपुर बना दिया। गाजीपुर के विकास के दिवा स्वप्न को विकास के पर लगा हकीकत में मील के पत्थर स्थापित कर दिये।श्रीमद्गवत गीता की तर्ज पर कर्म को पूजा मान कर्मयोगी के रुप में जिले के विकास को उन्होंने धरातल पर उतार विकसित गाजीपुर का सपना साकार किया है।आज ग़ाजीपुर लोकसभा क्षेत्र के सैदपुर भीतरी रेलवे स्टेशन पर 96.4 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इलेक्ट्रिक लोको शेड की आधारशीला रखकर मनोज सिन्हा ने गाजीपुर के इतिहास में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया। 12 एकड़ की भूमि में बनने वाले इस 100 के0ए0सी0 विधुत क्षमता वालें लोकोशेड का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड द्वारा सम्पन्न होगा।उक्त अवसर पर
समारोह को सम्बोधित करते हुए मनोज सिन्हा ने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे के सैदपुर भितरी में ए.सी. विद्युत लोकोशेड के पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य रेल पथ बाराबंकी-छपरा के अतिरिक्त सीवान-थावे एवं सीतापुर-बुढ़वल रेल खण्डों का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है और इन पर विद्युत कर्षण से गाड़ियों का संचलन हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल के बदलते परिदृश्य में पूर्वोत्तर रेलवे पर बड़े पैमाने पर रेलगाड़ियों का संचलन विद्युत कर्षण से होगा। फलस्वरूप इलेक्ट्रिक इंजनों के अनुरक्षण के लिये विद्युत लोको शेड की स्थापना आवश्यक हो गई है। इसे ध्यान में रखकर सैदपुर भितरी में ए.सी.विद्युत लोकोशेड के निर्माण को रेल मंत्रालय द्वारा रू0 96.46 करोड़ की लागत से मंजूरी दी गई। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के प्रथम चरण में इस लोकोशेड की क्षमता 100 लोको की है। भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप इसकी क्षमता में विस्तार का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस ए.सी.विद्युत लोकोशेड का निर्माण हो जाने से सहायक उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा व रोजगार के अवसर बढ़ेंगे । श्री सिन्हा ने कहा कि विगत वर्षों में यात्री सुविधाओं में विस्तार एवं विकास हेतु उल्लेखनीय कार्य किये गये हैं, जिनमें द्वितीय प्रवेश द्वार, स्वचालित सीढ़ियों, लिफ्टों, आटोमेटेड टिकट वेंडिंग, वाटर वेंडिंग मशीनों की स्थापना तथा यात्री बेंचों, यात्री छाजनों एवं नये शौचालयों का प्रावधान प्रमुख है। विकास कार्यों के लिये रेल मंत्रालय द्वारा पर्याप्त धन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। हमारा प्रयास है कि भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुये भारतीय रेल की आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किया जाय, जिसके अन्तर्गत बड़े पैमाने पर आमान परिवर्तन, दोहरीकरण,नई रेल लाइन, विद्युतीकरण, कारखानों की स्थापना आदि के कार्य प्राथमिकता के आधार पर किये जा रहे हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी यह कार्य पूरी तेजी से हो रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे पर छपरा-बलिया-गाजीपुर-वाराणसी-इलाहाबाद, भटनी-औड़िहार, इन्दारा-दोहरीघाट, मऊ-शाहगंज, औड़िहार-जौनपुर रेल खण्ड के विद्युतीकरण एवं दोहरीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। इसमें से औड़िहार से सारनाथ तक दोहरीकरण तथा वाराणसी-बलिया के अतिरिक्त गोरखपुर कैण्ट-कप्तानगंज खण्ड के विद्युतीकरण का कार्य भी पूरा हो चुका है। इसी प्रकार इन्दारा-दोहरीघाट आमान परिवर्तन का कार्य भी तेजी से चल रहा है। औड़िहार में डेमू शेड की स्थापना के कार्य के साथ ही ताड़ीघाट-गाजीपुर-मऊ नई रेल लाइन एवं गंगा नदी पर रेल सह सड़क पुल का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि अनारक्षित समपारों पर होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु अनारक्षित समपारों को समाप्त किया जा रहा है। इनके स्थान पर आर.यू.बी. एवं आर.ओ.बी.का निर्माण तेजी से किया जा रहा है । समारोह को सम्बोधित करते हुए एम एल सी चेत नारायण सिंह एवं सदस्य विधान परिषद विशाल सिंह ने रेल राज्य मंत्री एवं संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा द्वारा रेल के माध्यम से क्षेत्र के विकास के लिये किये जा रहे कार्यों की सराहना की। इस अवसर पर सदस्य विधान परिषद द्वय चेत नारायण सिंह व विशाल सिंह, सदस्य रेलवे बोर्ड,नई दिल्ली घनश्याम सिंह, पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक राजीव अग्रवाल, अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक/रेल विकास निगम लिमिटेड सतीश चन्द्र अग्निहोत्री, मंडल रेल प्रबन्धक, वाराणसी एस.के.झा,प्रमुख विभागाध्यक्ष, रेलवे के अधिकारियों, कर्मचारियों के अतिरिक्त गणमान्यजन व स्थानीय जनता उपस्थित रही।समारोह का संचालन पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी संजय यादव ने तथा धन्यवाद ज्ञापन मंडल रेल प्रबन्धक/वाराणसी एस.के.झा ने किया।

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